Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

जिला महिला अस्पताल बस्ती के ओ0पी0डी0 के सामने प्रतीक्षालय में नहीं बैठना है किसी मरीज व मरीजों के परिजनों को-महिला सुरक्षा कर्मी

जिला महिला अस्पताल बस्ती की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था लड़खड़ाई , मरीज हुए बेहाल। जिला महिला अस्पताल बस्ती में महज खाना पूर्ति हैं मरीजों को भोजन। जिला महिला अस्पताल बस्ती सर्जिकल वार्ड व जनरल वार्ड में गर्मी से मरीज परेशान।

बस्ती। जिला महिला अस्पताल बस्ती के दुर्दशा केे बारें में यदि मुख्यमंत्री व जिला प्रशासन को जानना है तो वहाँ भर्ती मरीजों से पूछिए, पूरी सारी सच्चाई खुद व खुद सामने आ जायेगी। करोड़ों रुपये के सरकारी बजट इस अस्पतालों पर सरकार खर्च कर रही है परंतु इनके इंचार्ज समुचित व्यवस्था देने में नाकाम साबित हो रही है।

आज दिन में 11 बजे ओ0पी0डी0 के सामने प्रतीक्षालय में लगे बेंच पर कुछ महिला सुरक्षा कर्मी आराम कर रही थी। इसी दौरान कुछ प्रेग्नेंट महिला मरीज व मरीज के परिजन ओ0पी0डी0 के डॉक्टर को दिखाने हेतु आये परंतु डॉक्टर के उपस्थित नहीं होने के कारण प्रतीक्षालय की बेंच पर बैठना चाहा सुरक्षा ड्यूटी में तैनात बेंच पर खुद आराम फरमाती महिला सुरक्षा कर्मियों ने फौरन मरीजों और मरीजों के परिजनों बेंच पर बैठने से मना कर दिया। और महिला सुरक्षा कर्मी ने कहा कि सी0एम0एस0 का आदेश है कि कोई मरीज या परिजन बेंच पर न बैठें। यदि बेंच पर किसी मरीज या परिजनों को बैठना हो तो सी0एम0एस0 से लिखित आदेश लेकर आना पड़ेगा।

कुछ मरीजों के परिजनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला महिला अस्पताल बस्ती में इन दिनों विधुत व्यवस्था भी चरमरा गई है। रात और दिन में प्रत्येक 20 -20 मिनट पर विधुत की सप्लाई कटती रहती है और जेनरेटर को भी नहीं चलाया जाता है, गर्मी इतनी की एक मिनट भी मरीज हो या परिजन समय बिताना एक चुनौती है। तथा वार्डों में भी किसी प्रकार की वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं है। सर्जिकल वार्ड, जनरल वार्ड में मरीजों के लिए वार्ड वेंटीलेशन की कोई सुचारू व्यवस्था नहीं है।

केवल मरीजों के लिए सुबह मील में महज एक पैकेट रुपये 10 का दूध, 4 पीस ब्रेड और रात में मरीज को महज 4 रोटी और सब्जी बिना गुडवत्ता के केवल कोरम पूरा करने के लिए परोसा जाता है।अस्पताल की व्यवस्था केवल राम भरोसे चल रही हैं।