Monday, May 20, 2024
साहित्य जगत

योग दिवस

……….योग दिवस ……….

योगा है सूक्ष्म विज्ञान का अंश,
दूर भगाता मन,शारीरिक भ्रंश।
योगित करता तन और मन से,
ब्रह्माण्ड के कण संयोजन से।

एकाग्र कराता है बोझिल मन को,
अस्थिर तन को स्थिर करता है।
रोगी को अपने प्रभावों से ही,
स्वच्छ और निरोगी करता है।

योगा है मुफ्त सेहत का तोहफ़ा,
अभ्यास करने से मिल जाता है।
नित्य क्रिया की अंश मानकर,
शारीरिक व्यायाम हो जाता है।

आशीष प्रताप साहनी
भीवा पार भानपुर बस्ती
उत्तर प्रदेश 272194
8652759126