Friday, June 28, 2024
हेल्थ

सभी विभागों के समन्वय से ही मिल सकती है जेई-एईएस से निजात

– ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण सम्पन्न, दी गई विविध जानकारी

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने कहा कि जनपद में एक जुलाई से 31 जुलाई तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा । इसके साथ ही 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा। इसमें शामिल विभागों के समन्वय से ही जापानीज इंसेफेलाइटिस (जेई) और एक्युट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से निजात पाई जा सकती है। इसलिए आवश्यक है कि सभी अपनी जिम्मेदारियों को समझते हुए बेहतर तरीके से कार्य करें ।

सीएमओ ने यह बातें बुधवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक अभियान संचालन के लिए ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होने कहा कि गांवों व शहरों में स्वच्छता के साथ ही झाड़ियों के कटान, पशुओं के रहने के स्थानों पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। चूहा, गिलहरी, छछूंदर आदि के शरीर पर पाये जाने वाला स्क्रबटाइफस विषाणु कई गम्भीर बीमारियों का कारक होता है। यह विषाणु इन जीवों के शरीर से झाड़ियों में चिपक जाता है और वहां खेलने वाले बच्चों को संक्रमित कर देता है, इसलिए इन पर नियंत्रण बेहद जरूरी है। कृषि विभाग के सहयोग से यह कार्य सुगमता से सम्पन्न हो जाएगा। सभी ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षक अपने ब्लॉकों पर जाकर अभियान से जुड़े अधिकारियों, कर्मचारियों व फ्रंट लाइन वर्कर्स तथा निगरानी समितियों को उनके दायित्वों के बारे में जानकारी प्रदान करें। इस दौरान एसीएमओ डॉ. मोहन झा, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस. रहमान, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस. डी. ओझा, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, सभी प्रभारी चिकित्साधिकारी, मलेरिया इस्पेक्टर, बीपीएम, बीसीपीएम, यूनीसेफ, डब्ल्यूएचओ व पाथ से जुड़े अधिकारियों के साथ ही अन्य विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

*बच्चों को होगा कोविड किट का वितरण*

इस बार दस्तक अभियान में ग्राम निगरानी समिति एवं मोहल्ला निगरानी समिति अपने क्षेत्र की आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्री को सहयोग प्रदान करेगी। निगरानी समिति के पास दवाइयां भी उपलब्ध रहेंगी। बच्चों के लिए जो कोविड किट बनाई गई हैं, उसमें उपलब्ध दवाइयां अन्य बीमारियों में भी प्रयोग की जा सकेंगी। यह उन सभी घरों में वितरित की जाएगी जहां छोटे बच्चे होंगे।

*सभी विभागों को बताई गईं उनकी जिम्मेदारियां*

प्रशिक्षण में पंचायती राज विभाग, पशुपालन विभाग, नगर विकास विभाग, बाल विकास व पुष्टाहार विभाग, कृषि विभाग, सूचना विभाग, उद्यान विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, जल निगम व अन्य सहयोगी विभागों को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया गया।

*आशा कार्यकर्ताओं के कार्यों का 10 प्रतिशत सत्‍यापन*

अभियान के दौरान आशा कार्यकर्ता जो भी कार्य करेंगी उन कार्यों का 10 प्रतिशत सत्‍यापन जिला स्‍तर पर डीसीपीएम के द्वारा किया जाएगा। साथ ही साथ 10 प्रतिशत सत्‍यापन ब्‍लॉक स्‍तर पर बीसीपीएम के माध्‍यम से किया जाएगा , ताकि अभियान सफल हो सके।

*आशा कार्यकर्ता हर घर को करें कवर*

आशा कार्यकर्ताओं के लिए दिशा-निर्देश है कि वह हर घर जाकर जागरुकता अभियान चलाएंगी। साथ ही साथ उस घर पर विशेष ध्‍यान देगी जहां पर 15 वर्ष की आयु से कम उम्र के बच्‍चे हैं। गृहभ्रमण के दौरान ऐसे गृहस्‍वामियों के उपर विशेष ध्‍यान दिया जाएगा।

*जल के कलोरीफिकेशन का भी देगी डेमो*

आशा कार्यकर्ता लोगों को इस बात की भी जानकारी देगी कि वह पानी को स्‍वच्‍छ कैसे करें। वह कलोरीनेशन डेमो के जरिए लोगों को इस बात की जानकारी देगी कि पीने के पानी में किस मात्रा में क्‍लोरीन की गोलियां डाली जाएं कि वह स्वच्‍छ व शुद्ध हो जाए।