Tuesday, July 2, 2024
हेल्थ

कोरोना प्रोटोकॉल का करें पालन, ढिलाई पड़ेगी भारी

– कार्यालयों, बाजारों तथा सार्वजनिक स्थानों पर विशेष सावधानी बरतें

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) जनपद में कोविड के मामले काफी कम हो गए हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 63 रह गई है। दूसरी ओर जनपद अनलॉक भी हो गया है और लोग अपने काम धंधों पर जाने लगे हैं। बेशक यह राहत की बात है, लेकिन यह भी याद रखें कि ऐसा लोगों के संयमित होकर घरों में रहने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने से संभव हुआ है। कोविड प्रोटोकॉल की फिर से अनदेखी भारी पड़ सकती है । खासकर कार्यालयों और बाजारों में विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत है। हमेशा मॉस्क का प्रयोग करें, अपने हाथों को साबुन-पानी से धोते रहें और शारीरिक दूरी बनाए रखें।

यह बातें कोविड हास्पिटल के प्रभारी व एसीएमओ वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ. वी पी पाण्डेय ने कहीं। उन्होने आगे कहा कि कोविड के मामले कम हुए हैं लेकिन अभी खतरा खत्म नहीं हुआ है। काम धंधे शुरू होने से लोगों ने कार्यालयों और बाजार में जाना शुरू कर दिया है। ऐसे में लोगों के संपर्क में आने की संभावना बढ़ गई है। मानवीय आदत यह भी देखने में आई है कि जिन लोगों से हम रोजाना मिलते हैं, उनके साथ रहते हुए कोविड प्रोटोकॉल भूल जाते हैं। कार्यालयों में अक्सर ऐसा होता है। अपने सहकर्मी के साथ बैठकर लोग मॉस्क भी उतार देते हैं और उससे दो गज की सुरक्षित शारीरिक दूरी का भी पालन करना भी भूल जाते हैं, बस यही आदत खतरे में डालने के लिए काफी है। ऐसा कतई न करें, बल्कि इस बात का भी ध्यान रखें कि सहकर्मियों के कार्यालय से निकल जाने के बाद भी मॉस्क लगाकर रखें, क्योंकि अब कोविड का खतरा ड्रॉपलेट से कम और ऐरोसोल से ज्यादा है। दरअसल कोरोना का नया म्यूटेंट काफी छोटा हो गया है और वह काफी देर तक हवा में रह सकता है। इसलिए ऑफिस, बाजार या अन्य सार्वजनिक जगह पर यदि आपके आसपास कोई न भी हो तो भी अच्छे से मॉस्क लगाकर ही रखें।

नहीं करें कोई सामूहिक आयोजन

डॉ. वी. पी. पाण्डेय ने कहा कि लोगों को यह नहीं भूलना चाहिए कि लॉकडाउन के चलते ही कोरोना पर काबू पाया जा सका है। इसलिए मूवमेंट कम से कम रखते हुए केवल जरूरी काम करते रहें। सामूहिक रूप से कोई आयोजन न करें। पार्टी आदि में जाने से परहेज करें । सही मायने में कहा जाए तो दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है, हां इस पर अंकुश जरूर लगा है। लोग यह न मान लें कि कोरोना चला गया है। सावधानी से ही कोरोना को पूरी तरह हरा सकते हैं।