Wednesday, July 3, 2024
साहित्य जगत

विश्व पर्यावरण दिवस पर कविता

प्राणों का आधार है ऑक्सीजन,
पेड़ पौधों से मिलता है हरदम,
महामारी ने किया है आगाह
धरती को हम बनाएं उपवन.

करनी होगी अब हमें परवाह
बना रहे हवा का प्रवाह,
पर्यावरण सुरक्षा से ही होगा
स्वस्थ सुरक्षित अपना तन मन.

महामारी ने हमें बतलाया है
प्राण वायु की महत्ता सिखलाया है,
पर्यावरण का जहर मिटाते पेड़
पेड़ों से शुद्ध होगा पर्यावरण.

हरे पेड़ों की करें हम रक्षा
पेड़ों से होगी सबकी सुरक्षा,
एक व्यक्ति सौ पेड़ लगाएं
पर्यावरण बन जाए सुंदरतम.

संकल्प हमें फिर दोहराना है
पर्यावरण को स्वच्छ बनाना है
मिले सभी को प्राणवायु
सुरक्षित हो जाए सबका जीवन,

गोपाल मिश्रा
खुनियांव (सिद्धार्थ नगर)