Monday, July 1, 2024
साहित्य जगत

पर्यावरण है प्रकृति का अंश…

पर्यावरण है प्रकृति का अंश,
अगर छेड़ेंगे तो इसे।
संपूर्ण मानव जगत को,
झेलना पड़ेगा भयंकर दंश।

जिसको प्रकृति ने है,
सिद्धत से है बनाया।
खुशनुमा रखने खातिर जग को,
पारिस्थितिकी का जाल बनाया।

कैसे जीवों का वर्णन किया,
अलग अलग आहार बनाया।
एकजुटता की एकता जैसी,
ऐसा ही व्यवहार बनाया।

हैं साक्ष्य प्रस्तुत समस्त धरा पर,
जीवन का आधार बनाया।
शाकाहारी,मांसाहारी, उभयहारी,
ऐसा खाद्य श्रृंखला बनाया।

प्रकृति के अंग को ना छेड़े,
समस्त अनुकूल बनाए रखना।
जो दिया है प्रकृति ने उपहार,
सदियों तक संपन्न बनाए रखना।

आशीष प्रताप साहनी
भीवा पार भानपुर बस्ती
उत्तर प्रदेश 272194
8652759126