Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

लोकमंगल को समर्पित थी नारद की पत्रकारिता- प्रेरक

बस्ती, देवर्षि नारद को सृष्टि का प्रथम पत्रकार मान लेने से हमें यह बोध होता है की हमारी जड़े कितनी गहरी है और हमारी संस्कृति कितनी प्राचीन है। देवर्षि नारद की पत्रकारिता लोकमंगल पर आधारित थी, देवर्षि नारद देव और दानव दोनों पक्षों में समान रूप से सम्मान पाते थे क्योंकि वह एक सच्चे पत्रकार की भांति दोनों के बीच काम करते थे।
उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व प्रांत प्रचार प्रमुख प्रेरक मिश्र ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से कही है, कहा है कि वर्तमान पत्रकारिता अपने मूल से हट चुकी है भौतिकवाद की आंधी में पत्रकार स्वयं को पक्षकार के रूप में प्रस्तुत कर रहा है, पत्रकारिता विश्वास के संकट के दौर से गुजर रही है भगवान नारद के बताए हुए मार्ग पर चलकर पत्रकारिता के उच्च मानक स्थापित किए जा सकते हैं। समाज पत्रकारों की ओर आशा भरी दृष्टि से देखता है ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। तकनीकी का प्रयोग कर हमें अपने कार्य को आसान बनाने की जरूरत है लेकिन तकनीकी के भरोसे रह कर पढ़ना लिखना बंद कर देना यह अपने ही साथ नहीं बल्कि पत्रकारिता के भविष्य के साथ भी अन्याय है, श्री मिश्र ने कहा कि ज्यादा बोलने वाला अच्छा बोलता है यह आवश्यक नहीं है लेकिन ज्यादा लिखने वाला अच्छा लिख सकता है यह सच है पत्रकारों को भी पठन-पाठन और लेखन पर ज्यादा समय देने की आवश्यकता है जिससे उनके बीच मौलिकता बची रहे।