Wednesday, May 15, 2024
साहित्य जगत

बुद्ध पूर्णिमा का चांद

बुद्ध पूर्णिमा का चांद

आया पूरे एक वर्ष के बाद
ब्योम बीच खिला हुआ
बादलों से घिरा हुआ
सोलह कलाओं से युक्त
मानो विरह से विमुक्त
चांदनी के साथ,लेकर
अद्भुत पल कुछ खास
अमृत रस बरसता
शीतलता छिटकाता
मन पावन कर जाता
आया वर्षों बाद
बुद्ध पूर्णिमा का चांद

आर्यावर्ती सरोज “आर्या”
लखनऊ ( उत्तर प्रदेश)