उपमुख्यमंत्री का पत्र महज दिखावा तो नहीं-चन्द्रमणि पाण्डेय
बस्ती। भले ही सरकार बिजली पानी सडक सुरक्षा के विकास के बडे बडे दावे करती है किन्तु योगी सरकार के अधिकारियों की निष्कृयता से सारे दावे कागजी साबित हो रहे है परसुरामपुर विकास खण्ड के बसेवाराय में कागज में 2018में ही विद्युत मीटर लगाते हुए विद्युतीकरण कर दिया गया अधिकांश ग्रामीणों ने विद्युत कनेक्शन भी ले लिया मगर आज तक किसी भी उपभोक्ता के घर पोल तार व केवल नहीं लगाया गया ग्रामीणों ने दर्जनोंबार समस्या से अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से अवगत कराया मगर उन्हें महज आश्वासन ही मिलता है गांव के नवीन तिवारी ने तोजनवरी 2020में शासन को भी पत्र लिखा जिसके फलस्वरूप उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सम्बंधित अधिकारियों को समस्या समाधान किये जाने के निर्देश की जानकारी पत्र के माध्यम से दिया मगर आज तक व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ फलतः अधिकांश ग्रामीण गांव के सरकारी नलकूप हेतु लगे ट्रांसफार्मर से 500-800मीटर लम्बी केवल बांस बल्ली के सहारे लगाकर अपने घर विजवी ले जाने को बाध्य हुए किन्तु आये दिन शार्ट सर्किट व लोवोल्टेज के चलते उन्हें पर्याप्त सुविधा नहीं मिल पा रही है इतना ही नहीं विभाग की इस निष्कृयता के चलते आज भी गांव के दर्जनों घरों ने कनेक्शन न लेना ही बेहतर समझा उनकी माने तो कनेक्शन मतलब बिना बिजली बिल और कुछ भी नहीं उक्त समस्या से ग्रामीणों द्वारा अवगत होने पर समाजसेवी चन्द्रमणि पाण्डेय सुदामाजी ने गांव पहुंच कर जायजा लिया तो पाया कि गांव में विकास के नाम पर एक सडक तक नहीं है जो है भी वो भी खस्ताहाल है समाजसेवी ने उपमुख्यमंत्री के पत्र पर ही सवाल खडा करते हुए कहा कि यदि उपमुख्यमंत्री ने सच में अधिकारियों को निर्देशित किया था तो आज तक कार्यवाही न होने की दशा में उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों पर कार्यवाही क्यों नहीं किया अधिशाषी अभियंता हर्रैया को फोन कर मामले से अवगत कराते हुए श्री पाण्डेय ने चेतावनी दिया कि यदि लाकडाउन समाप्त होने के उपरांत दस कार्यदिवस में समस्या समाधान नहीं कराया गया तो वो कार्यालय का घेराव कर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगें उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अब तब तक आपको पर्याप्त सुविधा न मिल जाय आप लोग आज के बाद विद्युत बिल भुगतना बंद कर दें।