Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

सदर तहसीलदा राजेश अग्रवाल के अथक प्रयास से भाकियू (भानु) गूट ने खत्म किया अपना धरना पर्दशन

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) भारतीय किसान यूनियन भानु गुट ने मंगलवार को विभिन्न समस्याओं को लेकर के धरना दिया। धरने के दौरान किसी जिम्मेदार अधिकारी के न आने से कार्यकर्ताओं आक्रोशित हो गये और नारेबाजी करते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग की तरफ कुच कर गये। इस दौरान सदर तहसीलदार ने मोर्चा सम्भाला और आन्दोलनकारियों को समझा बुझा कर उन्हें हाईवे जाम स रोक लिया। पीडब्लूडी जेई के नेतृत्व में टीम के समस्या का आकलन करने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।
भारतीय किसान यूनियन भानु गुट ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को मगहर पुलिस चौकी के निकट क्षेत्र की समस्याओं को लेकर धरना दिया। जिसमें भारी संख्या में आसपास के क्षेत्रों से महिला पुरूष कार्यकर्ता पहुंचे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने समस्याओं को गिनाते हुए सरकार पर अपनी भड़ास निकाली। संगठन के राष्ट्रीय सचिव रणजीत सिंह ने कहा कि क्षेत्र में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। यहां के मार्ग जर्जर हालत में है। जिसकी कोई सुधि नहीं ले रहा है। जिसका निर्माण कराना तो दूर उन्हें समस्या का आकलन करने की फुरसत नही है। जिलाध्यक्ष आत्मा तिवारी ने कहा कि क्षेत्र की समस्या को लेकर भाकियू लगातार संघर्ष कर रही है। जिसे जिला प्रशासन नजरअंदाज कर जनता के साथ सौतेला व्यावहार कर उनके धैर्य की परीक्षा ले रही है। उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि जिस दिन जनता ने ठान लिया अपनी समस्या का समाधान कर ही दम लेगी। भाकियू के कार्यकर्ता सुबह से भूखे धरना दे रहे। जिनके बीच जिले का कोई भी अधिकारी नही पहुंचा। जिससे वह आक्रोशित हो गए और राष्ट्रीय मार्ग राजमार्ग को जाम करने के लिए कूच कर गये। इस दौरान और आन्दोलनकारियों को समझा बुझा कर उन्हें हाईवे जाम स रोक लिया। मौके पर पहुंचे पीडब्लूडी जेई मो. आरिफ के नेतृत्व में टीम के समस्या का जल्द आकलन करने के आश्वासन पर धरना समाप्त हुआ।धरना के दौरान सुरक्षा व्यावस्था चाक चौबंद रही। जिसकी निगरानी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पांडेय और मगहर चौकी इंचार्ज आनंद कुमार सिंह करते रहे। इस दौरान जुग्गी लाल, अजीत उर्फ बबलू चौहान, कुतबुद्दीन, तैयब, विजय सिंह, राम ललित यादव, बलराम यादव, राम सिंह चौहान, रविंद्र सिंह, राजदेव, ममता, गुड़िया, राम लली, रजवंती देवी, सुनीता यादव, कमलावती, मीना, अमरावती आदि महिला कार्यकर्ता मौजूद रहे।