Tuesday, May 14, 2024
बस्ती मण्डल

अयोध्या एवं गोरखपुर के बीच में बस्ती जनपद स्थित है और यहाॅ पर्यटन की अपार सम्भावनाए है-रवि कुमार

बस्ती।जिले के समंग्र पर्यटन विकास के लिए कार्य योजना तैयार की जायेंगी। इसके लिए पर्यटन विभाग के सचिव एनजी रवी कुमार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया है। सर्किट हाउस सभागार में आयोजित बैठक में उन्होने कहा कि अयोध्या एवं गोरखपुर के बीच में बस्ती जनपद स्थित है और यहाॅ पर्यटन की अपार सम्भावनाए है।

उल्लेखनीय है कि 17 दिसम्बर 2020 को लोक लेखा समिति की बैठक में सभापति महोदय द्वारा पर्यटन सचिव को यह निर्देश दिया गया था कि समिति के सदस्य विधायक चन्द प्रकाश शुक्ल, रवि कुमार सोनकर तथा एमएलसी संतोष यादव के साथ बस्ती जनपद के पर्यटन स्थल का निरीक्षण करें। उक्त के अनुपालन में पर्यटन सचिव ने सर्किट हाउस में मा0 विधायकगण के साथ बैठक किया तथा चन्दोताल का निरीक्षण किया।

विधायक चन्द प्रकाश शुक्ल ने बताया कि बस्ती जनपद मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की नगरी अयोध्या, भगवान बुद्ध की नगरी सिद्धार्थ नगर, कबीर का महापरिनिर्वाण स्थली संतकबीर नगर तथा नाथ सम्प्रदाय के गुरू गोरखानाथ की नगरी गोरखपुर से जुड़ा है। बस्ती एंव गोण्डा जिले की सीमा पर स्थित स्वामी नारायण छपिया भी एक प्रमुख स्थल है। उन्होने इसका पूण्य क्षेत्र के रूप में समग्र विकास किया जा सकता है।

विधायक रवि सोनकर ने कहा कि बस्ती प्रमुख साहित्यकार आचार्य रामचन्द्र शुक्ल तथा सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की घरती है। उन्होने सुझाव दिया कि इनसे जुड़े स्थलों का विकास करने से पर्यटन की सम्भावना बढेगी।

सचिव पर्यटन ने कहा कि अयोध्या, गोरखपुर तथा सिद्धार्थनगर में हवाई अड्डा होने से बस्ती जनपद में पर्यटन की सम्भावनाए बढ जाती है। चन्दोताल जो लगभग 200 एकड़ का ताल है में वाटर स्पोटर््स, एम्फीथियेटर, कैफीटेरिया, लैण्डस्केपिंग करके पर्यटन के रूप में विकसित किया जा सकता है। इससे यहाॅ रोजगार भी बढेगा तथा लोगों को धूमने-फिरने का एक स्थान मिलेगा। उन्होने कहा कि चन्दोताल में आने वाले विदेशी पक्षियों को देखने के लिए यहाॅ पर बर्ड वाचिंग की टेªनिंग करायी जा सकती है। यहाॅ पर गाइड तैनात किए जा सकते है। बीडियों ग्राफी और फोटोग्राफी का काम किया जा सकता है। वर्नाक्यूलर से पक्षियों को देखने की व्यवस्था की जा सकती है।
उन्होने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा आर्किटेक्ट का पैनल बनाया गया है। जिले से चयनित स्थलों का इन आर्किटेक्ट के माध्यम से लैण्डस्केपिंग एवं डिजाइन तैयार कराया जाता है। उन्होने क्षेत्रीय पयर्टन अधिकारी को निर्देश दिया कि जिले के सभी विधायक तथा जिलाधिकारी से विचार-विमर्श करके एतिहासिक, पौराणिक महत्व के स्थलों का चयन करके सूची विभाग को उपलब्ध कराये।
बैठक में जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने जनपद में संचालित पर्यटन विकास की योजनाओं के बारे में जानकारी दिया। उन्होने बताया कि मखौड़ाधाम, तपसी आश्रम, श्रंगीनारी, रामरेखा, छावनी, भदेश्वरनाथ के साथ-साथ शिवमंदिर रानीगाव, तिलकपुर, देवरियामाफी, करण, बड़ोखर, दविला एवं हनुमान मंदिर चकोही, बोदवलबाजार का विकास कार्य कराया जा रहा है।
बैठक में एसडीएम आशाराम वर्मा, तहसीलदार पवन जायसवाल, अर्थ एंव संख्याधिकारी टीपी गुप्ता, पर्यटन अधिकारी अरविन्द राय तथा कार्यदायी संस्था यूपी सिडको, यूपी पीसीएल, निर्माण निगम के अधिकारीगण उपस्थित रहें।