जब हम किसी संस्था की सफलता की कहानी सुनते हैं, तो उसके पीछे एक ऐसे नेतृत्व की छवि उभरती है, जिसने न केवल दिशा दिखाई बल्कि हर चुनौती में दृढ़ता से खड़े रहकर दूसरों के लिए मिसाल कायम की। Karma Devi Group of Institutions के लिए Yujvendra Singh वही प्रेरणास्रोत हैं।
नेतृत्व जो उदाहरण बन गया
Yujvendra Singh ने अपने विचारों, कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता से इस समूह को शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। वह मानते हैं कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं होती, बल्कि यह जीवन को संवारने का जरिया है।
उनका नेतृत्व “ईंट से ईमारत तक और विचार से क्रांति तक” की यात्रा जैसा है। उन्होंने इस समूह के लिए वह आधारशिला रखी, जिस पर आज हजारों विद्यार्थियों के सपने आकार ले रहे हैं।
सरल व्यक्तित्व, ऊँची सोच
Yujvendra Singh का स्वभाव जितना सहज और सरल है, उनकी सोच उतनी ही गहरी और आगे की है। वह हर व्यक्ति की बात को धैर्यपूर्वक सुनते हैं और किसी को भी यह महसूस नहीं होने देते कि वह उनसे अलग हैं। यही गुण उन्हें एक ऐसा नेता बनाता है, जिनके साथ हर कोई जुड़ाव महसूस करता है।
बाहर से, कोमल अंदसख्तर से
पहली नजर में वह सख्त लग सकते हैं, लेकिन जो लोग उन्हें करीब से जानते हैं, वे यह मानते हैं कि उनका दिल बेहद साफ और संवेदनशील है। वह हर निर्णय संस्था और विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखकर लेते हैं।
भविष्य की ओर बढ़ते कदम
Yujvendra Singh हमेशा आगे की सोचते हैं – चाहे वह शिक्षा में तकनीकी नवाचार हो या छात्रों को ग्लोबल स्तर पर तैयार करना। उनके विज़न ने Karma Devi Group को केवल एक संस्था नहीं, बल्कि एक educational hub में बदल दिया है।
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