Monday, July 1, 2024
साहित्य जगत

कविता (जल दिवस)

………….जल दिवस…………..

आज है विश्व जल दिवस,
करो संरक्षण जल का।
वरना हो जाएगा जल से,
संपूर्ण धरा विवश।

जल ही जीवन है,
वैश्विक रूप से जल बचाएं।
खुद संरक्षण कर जल का,
आज में जागरूकता लाएं।

जल की है अपार शक्तियां,
वासुदेव जी के अथक तपस्या से।
मां गंगा का आगमन हुआ,
संपूर्ण धरा का जनजीवन सुगम हुआ।

जहां वैश्विक है जल का भंडार,
वहां है मां गंगा की अवतार।
अधिक जल दोहन ना करना,
जल के लिए भविष्य में सजग रहना।

दैनिक जीवन में करें बदलाव,
जल संरक्षण का करें सुझाव।
जब भरा रहेगा जल भंडार,
भविष्य जीवन सुगम अपार।

विश्व जल दिवस के अवसर पर,
चंद पंक्तियां कह रहा हूं।
धरा पर जल संरक्षण का,
आशीष कर्तव्य समझ रहा हूं।

आशीष प्रताप साहनी
भीवा पार भानपुर बस्ती
उत्तर प्रदेश 272194
8652759126