‘‘ठण्ड के मौसम में लापरवाही पड़ सकती है भारी, बच्चे व बुजुर्ग रखें खयाल
संतकबीरनगर(कालिन्दी मिश्रा)ठण्ड के मौसम में थोड़ी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। ब्लडप्रेशर के मरीजों में ब्रेन हैमरेज के साथ ही लकवा की भी आशंका है। वहीं बच्चों में सर्दी, खांसी, निमोनिया व नवजात बच्चों में हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए सभी से सावधान रहने की जरुरत है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है।
जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओपी चतुर्वेदी बताते हैं कि इस मौसम में ठंड लगने के साथ ही ठंड से होने बाली बीमारियों का खतरा बढ़ने लगा है। ठंड को अक्सर लोग नजरअंदाज करते हैं। ठंड में सावधानियां न बरतना लोगों के लिए खतरनाक साबित होता है। लापरवाही के चलते लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। ठंड से होने वाली बीमारियों में सावधानी ही बचाव का सर्वोत्तम उपाय है। इस मौसम में तापमान में गिरावट और ठंड बढ़ने के कारण बच्चों और बुजुर्गो का खास ख्याल रखना जरुरी है।
*ठण्ड से इन बीमारियों की है संभावना*
ठंड लगने के कारण कोल्ड डायरिया होने का खतरा होता है । बच्चों में सर्दी खांसी, निमोनिया और पीलिया होने की आशंका होती है । ब्लड प्रेशर के मरीजों में ब्रेन हेमरेज के साथ लकवा की भी प्रबल आशंका होती है। ठण्ड के चलते शरीर में रक्त का प्रवाह सामान्य रुप से नहीं होता है। यही नहीं मस्तिष्क में भी रक्त का प्रवाह बेहतर तरीके से नहीं होता है। इसके लिए उन्हें इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरुरत होती है। टायफाइड और सांस फूलने की समस्या बढ़ भी जाती है। बच्चों के लिए कोल्ड, डायरिया और निमोनिया काफी खतरनाक है। जबकि कोल्ड स्ट्रोक से लोगों की मौत तक हो सकती है।
*ठण्ड में इन बातों का रखें खयाल*
· सुबह शाम बिना गर्म कपड़ों के बाहर न निकलें ।
· ठंड बढ़ने पर शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढंक कर रखें ।
· बाहर से आकर तुरंत गर्म कपड़े न उतारें।
· पानी का भरपूर सेवन करें, गुनगुने पानी का प्रयोग लाभदायक है।
· गर्म और ताजा खाना भोजने करें, बासी भोजन से परहेज करें।
· खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करें।
· बच्चों और बुजुर्गो को हमेशा गर्म स्थान पर रखना चाहिए।
· ब्लड प्रेशर के मरीजों को ठंड से बचना चाहिए, नियमित व्यायाम करें।
· दूध पीने वाले बच्चों को नियमित अंतराल पर लगातार दूध देना चाहिए।
· गर्म पेय पदार्थ का अधिक सेवन करें, जरूरत पर ही बाहर निकलें।
· कोई परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक की सलाह लें।