Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

जान जोखिम में डालकर करते है सफर

बस्ती। हर्रैया बभनान व परसरामपुर हर्रैया मार्गों पर लोग जान जोखिम में डालकर सफर करते हैं। इन मार्गों पर डग्गामार वाहनों की भरमार है। नियमता वाहनों का रजिस्ट्रेशन 15 वर्ष के लिए किया जाता है। परंतु इन मार्गों पर चलने वाले वाहनों में एकाध को छोड़ दें तो ज्यादातर वाहनों का रजिस्ट्रेशन समाप्त हो चुका है। ऐसे में जिन वाहनों को कबाड़ में जाना चाहिए उन वाहनों को ओवरलोड सवारियों के साथ फर्राटा भरते देखा जाता है। इतना ही नहीं उन वाहनों के ज्यादातर चालकों के पास लाइसेंस भी नहीं होता है। फिर भी वह बेहिचक वाहनों को चलाते हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि जिम्मेदार मौन क्यों हैं? क्या इनकी मिलीभगत से सभी वाहन को चलाने की छूट है? सूत्रों से पता चला है कि उक्त मार्गों के अंतर्गत आने वाले सभी थानों व चौकियों पर हफ़्ता या महीना बंधा हुआ है। इन वाहन स्वामियों से अच्छी रकम थानों पर जाती है। इससे राजस्व का कोष तो नहीं बढ़ता परंतु थानाध्यक्षों व चौकी प्रभारियों की जेब अवश्य भारी हो जाती है। वाहन स्वामियों द्वारा थानाध्यक्षों व चौकी प्रभारियों को दी गई सुविधा शुल्क के बदले उन्हें पूरा संरक्षण मिलता है। जब भी उच्चाधिकारियों द्वारा चेकिंग लगाया जाता है। तो वाहन स्वामियों को खबर कर दी जाती है, जिससे वे अपना वाहन मार्गों पर नहीं लाते हैं। इसमें सरकार व जनता दोनों का नुकसान है।