Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

स्वामी विवेकानन्द के विचार युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत: डा रघुवर पाण्डेय

बस्ती, महिला पी जी काॅलेज, बस्ती, में प्राचार्या प्रो सुनीता तिवारी के मार्ग दर्शन में स्वामी विवेकानन्द जी की जयन्ती ‘‘राष्ट्रीय युवा दिवस’’ के रूप में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेविकाओं द्वारा मनाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डाॅ0 रघुवर पाण्डेय ने माँ सरस्वती व स्वामी विवेकानन्द के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया। कार्यक्रम में स्वयं सेविकाओं को सम्बोधित करते हुए डा रघुवर पाण्डेय ने कहा स्वामी विवेकानन्द जी का जन्मदिवस प्रत्येक वर्ष 12 जनवरी को देशभर में राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। देश के युवाओं को समर्पित इस दिन को मनाने का एक खास मकसद होता है। स्वामी विवेकानंद का असली नाम नरेंद्रनाथ दत्त था। बचपन से ही आधात्म में रूचि रखने वाले नरेंद्रनाथ ने 25 साल की उम्र में संन्यास ले लिया। संन्यास लेने के बाद वह दुनियाभर में विवेकानंद नाम से मशहूर हुए। वह वेदांत के एक विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु थे,स्वामी विवेकानन्द जी के विचार आज युआओ के लिए प्रेरणा स्त्रोत है । राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविका शमीमा खातून ने कहा कि अगर व्यक्ति मन में कुछ ठान ले तो ऐसा कुछ नहीं है। जिसे वो पूरा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा स्वामी विवेकानंद जी वर्ष 1893 में अमेरिका के शिकागो में धर्म सम्मेलन के आयोजन में भारत का प्रतिनिधित्व किया। स्वयं सेविका निशु कुमारी ने कहा कि समाज में फैली बुराइयों पर स्वामी विवेकानन्द जी ने जमकर कुठाराघात किया। पल्लवी पाठक ने कहा कि 1894 में न्यूयॉर्क में इन्होंने वेदान्त सोसाइटी की स्थापना की । कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अरुण मणि त्रिपाठी, सूर्या उपाध्याय,अखिलेश सिंह विजयनाथ संगीता देवी,सावित्री निर्मला देवी के साथ राष्ट्रीय सेवा योजना की स्वयं सेविकाएं उपस्थित रही,