Monday, May 20, 2024
बस्ती मण्डल

पुरानी पेंशन बहाली के लिये शिक्षकों ने बीआरसी केन्द्रों पर किया मतदान

बस्ती। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक षिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल और संघ पदाधिकारियों के संयोजन में मंगवार को पुरानी पेंशन बहाल किये जाने की मांग को लेकर पेंशन बहाली संयुक्त मंच ‘एन.जे.सी.ए. के आवाहन पर जनपद के सभी बी.आर.सी. केन्द्रों पर दिन में 10 बजे से सायं 5 बजे तक मतदान सम्पन्न कराया गया। 22 नवम्बर को प्रेस क्लब सभागार में दिन में 10 बजे से 4 बजे तक छूटे हुये शिक्षकोें का मतदान कराया जायेगा। इसी कड़ी में दिन में 2.30 बजे प्रेस क्लब में पत्रकारोें से वार्ता की जायेगी।
प्राथमिक षिक्षक संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने बताया कि गोपनीय मतदान के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाल किये जाने की मांग को लेकर मतदाता अपनी सहमति या असहमति दर्ज कराया। इसके बाद निर्णायक आन्दोलन की रणनीति तय की जायेगी। संघ जिलाध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल ने बताया कि मतदान को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने के लिये पदाधिकारियों में दायित्वों का वितरण कर दिया गया था। नगर क्षेत्र में आनन्द सिंह की अध्यक्षता और मतदान अधिकारी विनोद गौतम, पर्यवेक्षक अधिकारी सूर्य प्रकाश शुक्ल की देखरेख में मतदान कराया गया। इसी क्रम में बस्ती सदर में शैल शुक्ल, राम प्रकाश शुक्ल, अनूप चौधरी, बनकटी में अभय सिंह यादव, ज्ञान प्रताप उपाध्याय, अश्विनी पाण्डेय, बहादुर में रीता शुक्ला, आनन्द दूबे, हरीश चौधरी, कुदरहा में चन्द्रभान चौरसिया, विवेकानन्द चौधरी, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, साऊंघाट- अभिषेक उपाध्याय, सरिता पाण्डेय, फैजान अहमद, रूधौली- शशिकान्त धर द्विवेदी, सन्देश रंजन, ओम प्रकाश, रामनगर- इन्द्रसेन मिश्र, विजय प्रकाश चौधरी, कुलदीप द्विवेदी, सल्टौआ- रामभरत वर्मा, के.के. शर्मा, मारूफ अहमद, कप्तानगंज- अखिलेश मिश्र, दिवाकर सिंह, सत्य प्रकाश पाठक, दुबौलिया- राम पाल वर्मा, विकास पाण्डेय, मो. सलाम, हर्रैया- सन्तोष शुक्ल, महेश कुमार, हरिमूर्ति चौधरी, गौर- राजकुमार सिंह, शोभाराम वर्मा, उपेन्द्र पाण्डेय, विक्रमजोत- सन्तोष कुमार शुक्ल, रक्षाराम वर्मा, अरविन्द पाण्डेय और परसरामपुर में देवेन्द्र वर्मा की अध्यक्षता, मतदान अधिकारी पटेश्वरी प्रसाद निषाद और पर्यवेक्षक अधिकारी धर्मेन्द्र उपाध्याय की देख रेख में मतदान कराया गया। मतदान को लेकर शिक्षकों में भारी उत्साह देखा गया। कई बीआरसी केन्द्रों पर शिक्षकों ने कतारोें में लगकर इस उम्मीद के साथ मतदान किया पुरानी पेंशन बहाल हो।