जयन्ती पर याद किये गये उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री पं. कमलापति त्रिपाठी
बस्ती । रविवार को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पत्रकार पं. कमलापति त्रिपाठी को उनके 117 वीं जयन्ती पर याद किया गया। कांग्रेस नेता राकेश पाण्डेय ‘गांधियन’ के संयोजन में स्काउट भवन के निकट स्थित जे.एस.ए. स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने कहा कि 3 सितंबर 1905 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जन्मे कमलापति त्रिपाठी पूर्व केन्द्रीय मंत्री, राजनेता और स्वतंत्रता सेनानी थे। कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता पं. कमलापति त्रिपाठी संविधान सभा के सदस्य रहे. उनके 70 साल के राजनीतिक जीवन का 50 साल संसदीय कार्यों में बीता। ऐसे महान व्यक्त्वि से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है।
कांग्रेस नेता राकेश पाण्डेय ‘गांधियन’ महेन्द्र श्रीवास्तव, गिरजेश पाल, अवधेश पाल आदि ने कहा कि हिंदी भाषा के अनन्य सेवक, मूर्धन्य संपादक, समर्पित स्वतंत्रता सेनानी एवं यशस्वी राजनेता पं. कमलापति त्रिपाठी ने काशी और चंदौली के विकास की नई इबारत लिखी। राष्ट्रीय राजनीति में कमलापति त्रिपाठी काशी की संस्कृति के ब्रांड एंबेसडर थे। वह एक समर्पित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। गांधी जी के सभी आंदोलनों में वे पांच बार जेल गए। पं.कमलापति त्रिपाठी बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व के राजनेता थे। वे मर्यादित लोकतांत्रिक राजनीति की मिसाल एवं आज की राजनीति में टूटती मर्यादाओं के दौर में अनुकरणीय थे। नई पीढी को उनके जीवन संषर्घो और योगदान से प्रेरणा लेनी चाहिये।
जयन्ती पर पं. कमलापति त्रिपाठी को नमन् करने वालों में महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष मंजू पाण्डेय, शुबुही निकहत, कैसर शहजादी, जितेन्द्र प्रताप सिंह, सलाउद्दीन उर्फ वित्तन, साधू शरन पाण्डेय, नफीस अहमद, अतीउल्ला सिद्दीकी, रामधीरज चौधरी, राम बहादुर सिंह, पंकज सिंह, हेमन्त पाल, संजय कन्नौजिया, अनिल त्रिपाठी, सुधीर यादव, राम प्रीत, चन्द्रेश ठाकुर, मनोज सिंह, राहुल गुप्ता, घनश्याम, लक्ष्मन के साथ ही कांग्रेस के अनेक पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।