Sunday, May 19, 2024
बस्ती मण्डल

पुरानी पेंशन बहाली को लेकर अटेवा ने सौंपा ज्ञापन, दिल्ली में पेंशन शंखनाद रैली 1 अक्टूबर को

बस्ती। अटेवा पेंशन बहाली मंच द्वारा पूरे देश में पुरानी पेंशन बहाली हेतु ‘सांसदों के द्वार घंटी बजाओ’ अभियान के क्रम में आज बस्ती में भी सांसद आवास पर घंटी बजाई गई। भारी भीड़ के साथ अटेवा के बैनर तले शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने बस्ती के सांसद माननीय हरीश द्विवेदी जी के आवास तेलिया जोत पहुंचकर घंटी बजाकर अपनी पुरानी पेंशन की पुरजोर मांग की। सदन में पुरानी पेंशन के मुद्दे को उठाने तथा उसे लागू करवाने से संबंधित ज्ञापन सांसद प्रतिनिधि जगदीश शुक्ला को सौंपा।
अभियान की अगुवाई कर रहे अटेवा के जिला संयोजक तौआब अली ने कहा कि पेंशन कर्मचारियों के बुढ़ापे से जुड़ा हुआ बेहद संवेदनशील मुद्दा है। लगभग एक करोड़ शिक्षकों कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में है ।सरकार को उनकी सुधि लेनी चाहिए और पुरानी पेंशन अविलंब बहाल कर देनी चाहिए।
मंडलीय महामंत्री दीपक सिंह प्रेमी ने कहा कि जब नेताओं को तीन-तीन, चार-चार पेंशन दी जा सकती है तो कर्मचारियों को क्यों नहीं?शेयर बाजार वाली नई पेंशन स्कीम हम पर लादी जा रही है जिसका कोई भविष्य ही नहीं है। जिला महामंत्री विजय नाथ तिवारी ने कहा कि यदि सरकार इस मुद्दे पर कोई कदम नहीं उठाती है तो शिक्षक कर्मचारी 1 अक्टूबर को दिल्ली में आयोजित पेंशन शंखनाद रैली में पुरानी पेंशन बहाली हेतु हुंकार भरेंगे। संरक्षक प्रमोद ओझा ,बृजेश वर्मा व देवेंद्र तिवारी ने एनपीएस को झुनझुना बताते हुए कहा कि एनपीएस या इसमें संशोधन कर्मचारियों को हरगिज स्वीकार नहीं है , हमें हूबहू पुरानी पेंशन चाहिए।
मीडिया प्रभारी नीरज वर्मा तथा कोषाध्यक्ष अमरचंद ने कहा कि आज देश के कई प्रदेशों में पुरानी पेंशन को पुनः बहाल कर दिया गया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाए जिससे कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित हो सके।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट से विजेंद्र वर्मा, ध्रुव नारायण व अजय वर्मा ने कहा कि पेंशन कर्मचारियों का संवैधानिक हक है। संगठन इस लड़ाई में अटेवा के साथ पूरी ताकत से खड़ा रहेगा।
इस अवसर पर सुनील मौर्य, अमरनाथ ,अनीस अहमद, राहुल उपाध्याय, श्रीनाथ ,सुरेंद्र यादव, विनोद प्रकाश वर्मा, शैलेंद्र सिंह, संतोष यादव, कैलाश नाथ ,राकेश सिंह, जितेंद्र वरुण, संतोष शुक्ला जावेद इकबाल बृजेश कुमार ,मनीष प्रकाश मिश्रा, फूलचंद, हरीसिंह, महेंद्र गौंड़,सलाम ,सिकंदर ,अर्जुन प्रसाद ,गुलाम अशरफ ,सुखराज गुप्ता ,प्रमोद वर्मा, अब्दुल कलाम, पप्पू सक्सेना ,वासुदेव ,राजेश यादव ,लाल जी वर्मा ,शंभू नाथ, कमलेश वर्मा ,दिनेश चौहान, अजय चौधरी, अवधेश कुमार, प्रभाकर पटेल ,देवेंद्र वर्मा, राज नारायण तिवारी, सत्य प्रकाश,भरत राम, पंच बहादुर यादव ,दिनेश , डी.एन. विश्वकर्मा, अर्जुन प्रसाद भारती ,गुलाम असरफ,प्रवीन सिंह,अजीत वर्मा, मजहर आलम,ज्ञानेंद्र भर्ती,संतोष कुमार प्रजापति, हरिओम शंकर,प्रभाकर पटेल,देवेंद्र,यादव,संदीप यादव,ओमप्रकाश वर्मा, लालजी पल,राजेश कुमार, श्रीराम,विष्णु माझी,बुध विक्रम सेन,सहित सैकड़ो की तादाद में शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित रहे।