Sunday, June 30, 2024
बस्ती मण्डल

जब परिषदीय बच्चों को मध्यान्ह भोजन सहित अन्य सुविधाएं दी जाती है तो इन छोटे – छोटे बच्चों पर क्या गुजरती होगी……

बस्ती। जहां सरकार परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे बच्चों को मध्यान्ह भोजन से लेकर अन्य सुविधाएं प्रदान कर रही है। वहीं एक ही भवन में चल रहे आंगनबाड़ी की बालवाटिका के बच्चों को मध्यान्ह से लेकर कोई सुविधा न मिलने से बच्चों में हीन भावना जागृत हो रही है।

मिली जानकारी के अनुसार जिले में 2655 आंगनबाड़ी केंद्र है और सभी में बालवाटिका की कक्षाएं संचालित होरही है। इनमें 03 से 06 वर्ष तक के करीब 1लाख 25 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं। यह कक्षा सुबह के 08 से 12 बजे तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के माध्यम से संचालित होता है। इनमें से अधिकांश आंगनबाड़ी केंद्र परिषदीय बच्चों के साथ परिषदीय भवन में ही संचालित हो रहे हैं।

अब जरा अंदाजा लगाइए जब परिषदीय बच्चों को मध्यान्ह भोजन सहित अन्य सुविधाएं दी जाती है तो इन छोटे – छोटे बच्चों पर क्या गुजरती होगी। वहीं जब इसके सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती सावित्री देवी से बात किया तो उन्होंने बताया कि मध्यान्ह भोजन परिषदीय स्कूलों के प्रधानाध्यापक के रहमो करम पर होता है कोई – कोई खिला देता है वैसे अधिकांश लोग नहीं खिलाते। विभाग द्वारा इन बच्चों को ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर महीने में सिर्फ एक बार आधा किलो चने की दाल एवं आधा किलो दलिया ही दिया जाता है। वह भी कभी पूरा नहीं आता। जिससे कि सरकार की छवि धूमिल हो रही हैं। वैसे इन बच्चों के अभिभावकों सहित अन्य लोगों ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह भी बच्चे हैं इन्हें भी सरकार को सुविधाएं देनी चाहिए।

अभी पिछले दिनों की बात है कि बालबतिका का एक बच्चा मध्यान्त भोजन के समय प्लेट लेकर परिषदीय विद्यालय में चला गया वहाँ कि प्रधानाध्यापिका ने डांटकर भगा दिया अब सवाल उठता है कि अगर थोड़ी सी मानवता दिखाई होती तो क्या चला जाता।