Wednesday, July 3, 2024
साहित्य जगत

हर क्षेत्र,शहर नगर में ऐसे आयोजन होने चाहिए- सुधीर श्रीवास्तव

“प्रयास एक परिवर्तन का”

गोरखपुर। पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिन 5 जून के शुभ अवसर पर नगर के विभिन्न स्थानों पर जरूरत मंद लोगों में भोजन वितरण किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए “प्रयास एक परिवर्तन का” परिवार के संस्थापक प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जन जन के सहयोग से की जा रही सेवाओं के क्रम में आज पीठाधीश्वर गोरखनाथ योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर गत वर्ष की भांति इस साल भी नर सेवा नारायण सेवा का भाव रखते हुए भिन्न भिन्न स्थानों पर लोगों में भोजन वितरण किया एवम योगी आदित्यनाथ जी के सुखद, स्वस्थ एवम शांतिपूर्ण जीवन की कामना की।
जन्मदिन के उपलक्ष्य में कल ४ जून को जिला महिला अस्पताल में भर्ती मरीजों में न्यूट्रीशियन पैक का वितरण किया जायेगा। अपनी खुशियों के अवसर पर जरूरतमंदो के बारे में सोचना, उनकी सेवा करना, उनका सहयोग करना पुनीत कार्य है, इसे हम सब अपने दिनचर्या में शामिल कर ले तो कोई भी सामाजिक समस्या का निदान असम्भव नहीं है।
“प्रयास एक परिवर्तन का” परिवार अनवरत लोगों को भोजन उपलब्ध कराने में लगा है अन्नपूर्णा मुहिम के माध्यम से एवम खाली पेट न सोएं कोई अभियान से। समाज के हर वर्ग के लोगों को इस मुहिम में यथा संभव सहयोग करना चाहिए।
गत वर्ष के आयोजन की जानकारी देते हुए प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ये अपने तरह का पहला आयोजन था, जिसमें भिन्न भिन्न संस्थाओं से जुड़े लोग सहयोग किए।शहर में लोग अपने बच्चों के जन्मदिन पर, अपने वैवाहिक वर्षगांठ, एवम अपनों की पुण्यतिथि पर भी भंडारे में सहयोग कर रहे हैं।
अप्रैल माह से अनवरत की जा रही सेवाओं एवम पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के जन्मदिन के शुभ अवसर भोजन वितरण में के एम श्रीवास्तव, विनीता, सीमा,देश दीपक, शैलेश कुमार श्रीवास्तव,संचल, रमा शंकर कुशवाहा, सुरेन्द्र नाथ यादव, प्रफुल्ल, वी के सोनी, श्रीनारायण पाण्डेय, समीक्षक, पुनीत त्रिपाठी, रंजीत बदलानी, अजय कुमार, गोलू आदि का सहयोग रहा।
देहदान की घोषणा कर चुके गोण्डा के वरिष्ठ कवि साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव ने प्रयास एक परिवर्तन का परिवार के इस प्रयास को आगे ले जाने के लिए हर क्षेत्र नगर, जिले में स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं से आकर एक श्रृंखलाबद्ध का सार्वजनिक अभियान बनाने का आवाहन किया है, ताकि धरती पर एक भी प्राणी भूखा न सोये।