Sunday, June 30, 2024
बस्ती मण्डल

किसानों की आय के साथ बढ़ी गन्ने की मिठास

प्रति हेक्टयर 149 कुंतल आपूर्ति मे वृद्धि दर्ज कर कृषकों के आय में गुणात्मक वृद्धि की हासिल किया रिकॉर्ड

बस्ती। योगी सरकार के छह वर्ष के कार्यकाल में गन्ना किसानों के आय में बढ़ोतरी के साथ ही सल्फर रहित चीनी उत्पादन के रूप में एक उपलब्धि जुड़ गयी। दो दशक से बंद मुण्डेरवा चीनी मिल को जहां चालू किया गया वहीं किसानों की मेहनत व सरकार के बढ़ते कदम का नतीजा रहा कि मौजूदा वर्ष में गन्ने के रिकार्ड उत्पादन के साथ ही चीनी के परता प्रतिशत में भी बढ़ोतरी दर्ज की गयी है।
पूर्वांचल के गन्ने की पहचान को पुनः कायम कराने की सरकार की संकल्पना को मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ ने साकार किया। मुण्डेरवा चीनी मिल की वर्ष 1998 में बंदी के बाद निरंतर किसानों का संघर्ष व उनकी शहादत को बेकार न जाने देने का वादा सरकार ने पूरा किया। सरकार ने वर्ष 2019 में नयी मिल की स्थापना कर चालू किया गया । निरंतर मिल प्रबंधन की कोशिश व गन्ना विकास को लेकर कार्यदायी संस्था के मेहनत ने किसानों का उत्साह बढ़ाया। जिसका नतीजा रहा कि इधर दो वर्षों में गन्ने के प्रति हेक्टेयर पैदावार में बेहतर बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। विभागीय आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा वर्ष में गन्ना का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 649 कुंतल रहा। जबकि यह आंकड़ा वर्ष वर्ष 2020-21 में 620.56 कुंतल प्रति हेक्टेयर व वर्ष 2021-22 में 644.84 कुंतल प्रति हेक्टेयर था। गन्ना विकास में लगी कार्यदायी संस्था एलएसएस के गन्ना सलाहकार एसपी मिश्र कहते हैं कि क्षेत्र में शरदकालीन गन्ना बुवाई के प्रति किसानों की उदासीनता रहती थी। शरदकाल में गन्ना की बुवाई करने से उसके विकास के लिए बारह माह का समय मिल जाता है। जिससे गन्ने का वजन बढ़ने के साथ ही चीनी की परता भी बढ़ती है। शासन के निर्देश पर एलएसएस के कर्मचारियों ने किसानों को शरदकालीन गन्ना बुवाई के लिए प्रोत्साहित किया। जिसका नतीजा रहा कि वर्ष 2021-22 में 580.75 हेक्टेयर में तथा वर्ष 2022-23 में 588.03 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ने की बुवाई हुई। इसके पूर्व वर्ष 2020-21 में यहा आंकड़ा मात्र 110़.65 था। ऐसे में दो सीजन में यह बढ़ोतरी पांच गुना से अधिक रही।

*परता प्रतिशत के साथ बढ़ा चीनी उत्पादन*

किसानों की मेहनत व मिल प्रबंधन तथा कार्यदायी संस्था एल यस यस के प्रयास का नतीजा रहा कि चीनी के परता प्रतिशत में भी लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। अभी मिल में गन्ने की पेराई चालू है तथा माह के अंत तक मिल चालू रहने की उम्मीद है। अब तक चीनी परता प्रतिशत 9.71 रहा है, जबकि पूर्व के वर्ष 2020-21 में 8.60 प्रतिशत व वर्ष 2021-22 में 9.52 रहा था। दो वर्ष में परता प्रतिशत में एक अंक की बढ़ोतरी का नतीजा है कि चीनी का अब तक का इस बार रिकार्ड उत्पादन है। अभी तक मौजूदा पेराई सत्र में 4 लाख 26 हजार 509 कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ। जबकि वर्ष 2021-22 में 3 लाख 59 हजार 831 कुंतल तथा वर्ष 2020-21 में 2 लाख 98 हजार 638 कुंतल चीनी का उत्पादन हुआ था।

*प्रति हेक्टेयर 51 हजार बढ़ी किसानों की आमदनी*

जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह ने गन्ने के रिकॉर्ड उत्पादन के लिए कार्यदाई संस्था एलएसएस व मिल प्रबंधन को बधाई दी है। जिला गन्ना अधिकारी ने कहा कि गन्ना विकास के लिए लगी कार्यदाई संस्था एल एस एस के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ साथ विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रयास से किसानों के गन्ने की पैदावार में प्रति हेक्टेयर 149 कुंतल की बढ़ोतरी हुई है। इस वृद्धि से किसानों के आमदनी में प्रति हेक्टेयर 51 हजार का इजाफा हुआ है। हम उम्मीद करते हैं कि कार्यदाई संस्था एलएसएस व मिल प्रबंधन के साथ साथ विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के संयुक्त प्रयास से किसानों की आय बढ़ाने के प्रति यह प्रतिबद्धता आगे भी जारी रहेगी।

*सल्फरलेस चीनी की विश्व बाजार में मांग*

सल्फरलेस चीनी तैयार करनेवाले कंपनियों में चीनी मिल मुण्डेरवा प्रमुख है। इस चीनी की खुले बाजार में आपूर्ति के साथ ही बिस्कुट,शीतल पेय से जुड़ी कंपनियों के अलावा अन्य क्षेत्रों में मांग रहती है। चीनी मिल के चीफ केमिस्ट आरकेएस सेंगर कहते हैं कि सामान्य चीनी बनाने के लिए जो तकनीक इस्तेमाल होती है,उसमें गन्ने के रस को साफ करने के लिए चूने के साथ सल्फर डाईआक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है। इस वजह से सल्फर डाईआक्साइड का अंश भी आ जाता है। यह लीवर और स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है। सल्फर रहित चीनी के उत्पादन मेे चूने के साथ सल्फर डाईआक्साइड का इस्तेमाल नहीं होता है। इसमें फास्फोरिक एसिड का प्रयोग किया जाता है। इससे चीनी में कैलोरी की मात्रा कम रहती है और 20 से 30 फीसदी उत्पादन खर्च कम आता है।विदेशों में सल्फर युक्त चीनी प्रतिबंधित है।सल्फर फ्री चीनी को ब्राउन शुगर से भी बेहतर कहा जाता है।

*किसानों व कर्मचारियों को प्रधान प्रबंधक ने दी बधाई*

चीनी मिल मुण्डेरवा के अतिथि सभागार में आयोजित एक समारोह में प्रधान प्रबंधक अभिषेक पाठक ने गन्ना के प्रति हेक्टेयर पैदावार तथा चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी पर किसानों व मिल कर्मचारियों तथा कार्यदायी संस्था के कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सरकार की यह कोशिश है कि किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो। इस दिशा में प्रगति किसान व हमारे कर्मचारियों के परस्पर सहयोग से ही संभव हो पाया है। इसे हमें और आगे बढ़ाना है। गन्ना विकास के लिए नामित कार्यदायी संस्था एलएसएस के एमडी अंजुल कृष्ण ने कहा कि हमारी टीम की यह कोशिश लगातार जारी रहेगी। हम किसानों को गन्ने की उन्नत खेती के लिए लगातार प्रेरित कर रहे हैं। जिससे लक्ष्य के अनुरूप बेहतर सफलता मिली है। सरकार की संकल्पना को मिल प्रबंधन के मार्गदर्शन में हमारे कर्मचारी और आगे बढ़ाने में सफज होंगे। कार्यक्रम में आइएसजीएस के रामाशीष सिंह, लेखाधिकारी रवि प्रभाकर, मुख्य गन्ना प्रबंधक कुलदीप द्विवेदी सहित अन्य अधिकारी व अन्य कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन एलएसएस के गन्न्ना सलाहकार एसपी मिश्र ने की।