Sunday, June 30, 2024
बस्ती मण्डल

जयंती पर याद किये गये बसपा संस्थापक कांशीराम

बस्ती । बहुजन समाज पार्टी के संस्थापक कांशीराम की 89 वीं जयंती पर उन्हें याद किया गया। ब्लाक रोड स्थित एक होटल के हाल में बुधवार को जिलाध्यक्ष जय हिन्द गौतम के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मुख्य जोन इन्चार्ज गोरखपुर,बस्ती एवं देवी पाटन मण्डल इन्दलराम ने कहा कि 15 मार्च 1934 को पंजाब के रूपनगर जिले में पैदा हुये कांशीराम ने राजनीति की ऐसी रेखा खींची, जो समय के साथ गहरी होती चली गई। उन्होंने खुलकर जाति की बात की, दलितों और पिछड़ों को साथ में एक मंच पर लाने का नया समीकरण ही नहीं बनाया बल्कि इसको यथार्थ में बदल दिया। उन्होने दलित समाज को प्रतिष्ठित करने के लिये जिस प्रकार से श्रम किया उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा। उनके जयंती अवसर पर संकल्प लेना होगा कि बसपा की मजबूती के लिये कार्यकर्ता पूरी ताकत से जुट जाय।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये पूर्व विधायक भगवानदास ने कहा कि चुनाव परिणामोें से निराश होने की जगह फिर से मजबूती से आगे आने की जरूरत है। हमें जनता का भरोसा जीतना ही होगा।
मुख्य सेक्टर प्रभारी के.के. गौतम ने कहा कि मान्यवर कांशीराम ने कहा था कि जब तक हम राजनीति में सफल नहीं होंगे और हमारे हाथों में शक्ति नहीं होगी, तब तक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन संभव नहीं है। राजनीतिक शक्ति सफलता की कुंजी है। इसे गांठ बांधकर हमें आने वाले चुनावों में पूरी ताकत से जुट जाना है।
मान्यवर कांशीराम के जयंती अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को मुख्य रूप से कल्पनाथ बाबू, लालचंद निषाद, राम सूरत चौधरी, सुभाष गौतम, डा. आलोक रंजन, कुलदीप मणि मिश्र, भरतलाल निषाद, राजकुमार आर्य, धर्मदेव प्रियदर्शी, राना अम्बेडकर, सीताराम शास्त्री, के.सी. मौर्य, प्रेमसागर, नायब चौधरी, संजय धूसिया, आदि ने सम्बोधित करते हुये कांशीराम जी के संघर्ष और संकल्पों पर विस्तार से प्रकाश डाला। वक्ताओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि बहन मायावती के नेतृत्व में पूरी ताकत से जुटकर पार्टी को मजबूत किया जाय। बसपा जिलाध्यक्ष जयहिन्द गौतम ने मान्यवर कांशीराम जी के बताये रास्ते पर चलने का आवाहन किया।
कार्यक्रम में कालिका प्रसाद राठौर, नरेन्द्र प्रताप राठौर, अरविन्द राना, राजकुमार गिरी, दिलीप कुमार, शिव प्रसाद, सोनू निगम, राजन, रामजन्म, अनिल गौतम, विशाल, मुन्ना, प्रदीप कुमार चौधरी आदि ने विभिन्न दलों को छोड़ समर्थकों के साथ बसपा की सदस्यता लिया। मुख्य रूप से अतर सिंह गौतम, भवानीभीख, पृथ्वीराज चौहान, आर.डी. प्रेमी, सीताराम मास्टर, आशुतोष कुमार सिंह, उमाशंकर, रामचेत निराला, डा. राम जियावन, अनूप कुमार, नवमी प्रसाद, राजीव राव, देशराज गौतम, डा. सुरेन्द्र कुमार गौतम, रामनिरंजन राना, प्रेमसागर, धर्मदेव प्रियदर्शी, राजकुमार आर्य, अशोक पाल सिंह, टिकूं सिंह, जमीरूल हसन लल्ला, अरविन्द सिंह, इनामुल चौधरी, गुरूदेव निगम, मो0 हारिश, रामकरन गौतम, के.सी. मौर्य, राजीव राव, राजेन्द्र गौतम, अब्दुल मलिक, सन्तोष चौधरी, मालती राव, सावित्री, ममता, कलावती, विमलादेवी के साथ ही बड़ी संख्या में बसपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता शामिल रहे।