Sunday, April 21, 2024
साहित्य जगत

विश्व हिंदी दिवस पर देहदान की घोषणा कर चुके गोण्डा के सुधीर श्रीवास्तव को किया गया सम्मानित

गोण्डा। देहदान की घोषणा कर चुके जनपद के वरिष्ठ कवि/साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव को हिंदी दिवस पर “कवि स्पर्श” एवं”स्वाभिमान साहित्यिक मंच” द्वारा “विश्व हिंदी गौरव सम्मान-२०२३”, “अक्षर दीप साहित्यिक मंच”द्वारा “साहित्य सारथी सम्मान”, “हंगामा लोक” द्वारा “हिंदी रत्न सम्मान” “दिग्राम टूडे” वह “अनिल अभिव्यक्ति”द्वारा संयुक्त रूप से “हिंदी सेवी सम्मान २०२२”, “कविता कानन कला मंच” द्वारा “साहित्य शिल्पी सम्मान” “सोनभद्र मानव सेवा आश्रम (ट्रस्ट) ” द्वारा “हिंदी गौरव रत्न सम्मान “प्रदान किया गया है।
विदित हो कि विशिष्ट पहचान बना चुके बहुआयामी व्यक्तित्व, बेबाक, सर्वसुलभ, सर्वहितैषी व्यक्तित्व के धनी नवोदित रचनाकारों के लिए सारथी सुधीर श्रीवास्तव जी विभिन्न राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पटलों/मंचों से १८०० से अधिक सम्मान पत्र प्राप्त कर चुके श्री श्रीवास्तव विभिन्न साहित्यिक पटलों में पदाधिकारी भी हैं। यथा सलाहकार सह संरक्षक-कविता कानन साहित्य कला मंच, अधीक्षक -साहित्य प्रकाश रचना मंच, रा.उपाध्यक्ष- अ. भा. साहित्यिक आस्था मंच, निस्वार्थी देशभक्ति समूह ढांचा, झज्जर, हरियाणा, अंतरराष्ट्रीय संरक्षक-स्व. हँसराज कक्कड़ स्मृति मंच, संरक्षक-नव साहित्य परिवार भारत, साहित्य साधना काशी मंच, अंतरराष्ट्रीय ठिठोली हास्य व्यंग मंच, साहित्यकोष (राष्ट्रीय साहित्यकार मंच), देव निर्माल्य साहित्यिक संस्थान, नव साहित्य ई मा.पत्रिका, तेजस ई मासिक पत्रिका, साहित्य एक नजर, राष्ट्मीडिया प्रभारी मकस कहानियां, महासचिव -प्रयागराज कल्चरल सोसायटी, सनातन धर्म परिषद साहित्य प्रकोष्ठ, संयोजक-अंतरराष्ट्रीय श्रेया क्लब फेसबुक लाइव, आकाश कविघोष ई पत्रिका के मार्गदर्शक, आकाश कविघोष काव्य मंच के अध्यक्ष सहित अनेक साहित्यिक पटलों/मंचों को विशेष रुप से व्यक्तिगत सहयोग भी देते रहते हैं। साथ ही विभिन्न मंचों/पटलों पर विशेष आयोजनों में लगातार सक्रिय भी रहते हैं।

बुलंदी विश्व रिकॉर्ड कवि सम्मेलन में प्रतिभाग कर ‘काव्यश्री’, अखंड काव्यार्चन गोल्डेन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड, ऐतिहासिक अमृत महोत्सव काव्य गोष्ठी के लिए ‘गौरव सम्मान’, ‘कोच काव्य कुँभ २०२१’, जय विजय सम्मान २०२१, संगम शिरोमणि आदि से सम्मानित श्री सुधीर श्रीवास्तव नेत्रदान का संकल्प कर चुके हैं और देहदान की सार्वजनिक हैं।
श्री श्रीवास्तव ३०० से अधिक नये रचनाकारों को यथासंभव प्रेरित करते हुए सहयोग/मार्गदर्शन देते हुए आगे बढ़ाने का भी हर संभव प्रयास करते हुए प्रेरक ,गाडफादर, सारथी की भूमिका लगातार निभा रहे हैं।
श्री सुधीर श्रीवास्तव के सम्मानित किए जाने पर अनेक साहित्यिक, सामाजिक संगठनों, कवियों, साहित्यकारों, प्रबुद्धजनों ने श्री सुधीर श्रीवास्तव को बधाइयाँ और शुभकामनाएं देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की है।