Saturday, May 18, 2024
बस्ती मण्डल

उगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने तोड़ा छठ व्रत

बस्ती। जिले में छठ महापर्व को लेकर शहर से गांव तक उत्साह का माहौल था। श्रद्धालु बाजे गाजे के साथ छठ मइया के गीत गाते हुये नदी घाटों और तालाबों पर पहुंचे।

सोमवार को छठ पूजा के अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए सुबह तीन बजे ही कुआनों नदी के अमहट घाट और पुरानी बस्ती के निर्मली कुंड पर हजारों की संख्या में व्रती महिलाएं पहुंची। सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ का व्रत तोड़ा।

इसके साथ ही चार दिनों के महापर्व का समापन हो गया। व्रतियों ने उगते सूर्य देव को अर्घ्य देकर अपने पुत्रों क‌े यश, कीर्ति और समृद्धि का वरदान मांगा। घाटों पर जबरदस्त भीड़ रही। प्रशासन की तरफ से सुरक्षा और सुविधा के प्रबंध थे। अमहट घाट पर बाढ़ के पानी की वजह से श्रद्धालुओं को क‌ठिनाईयों का सामना करना पड़ा। नगर पालिका के अलावा पुलिस व राजस्व विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की टीमें चप्पे चप्पे पर मुस्तैद रहीं।

शहर के अमहट घाट और निर्मली कुंड के अलावा कुदरहा के सेल्हरा, नौरहनी, पिपरपाती, गायघाट, लालगंज, बानपुर, मथौली, कौलेश्वरधाम कलवारी आदि विभिन्न स्थानों पर व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत तोड़ा। इस दौरान बच्चों ने पूजा वाले स्थानों पर जमकर आतिशबाजी की। वहीं इस मौके पर युवाओं में सेल्फी लेने का क्रेज दिखा तो महिलाएं अपने परिवार की बुजुर्गों से छठ पूजा की विधि भी सीखती नजर आईं। अमहट घाट पर लोगों ने नौका बिहार का भी आनंद लिया।

पूजा के दौरान महिलाओं ने गुड़ की खीर, रोटी पिट्ठा, खरना, फल, सब्जियों का भोग सूर्य देवता को लगाया गया। उसके बाद व्रतधारियों ने प्रसाद लोगों में बांटा। प्रसाद को लेकर ऐसी मान्यता है कि जिसको माता छठी का प्रसाद खाने को मिलता है। तो उसके ऊपर संकट नहीं रहता है।

पर्व पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे। पर्याप्त सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए थे। बड़ी संख्या में महिला पुलिस कर्मी भी अमहट घाट, निर्मली कुंड परिसर में नजर आईं। एसओ पुरानी बस्ती प्रदीप कुमार सिंह निर्मली कुंड पर और कोतवाल शशांक शेखर राय एवं वौकी प्रभारी अमहट घाट पर भारी पुलिस बल के साथ मौजूद रहे। नदी में बैरीकेडिंग कर पानी में एक सीमा तक जाने की व्यवस्था प्रशासन की ओर से की गई थी। छठ मेला के दौरान कर्मचारियों के साथ अधिकारियों को भी लगाया गया था।