Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

हनुमत प्रसाद मिश्र की स्मृति में सम्मानित हुई विभूतियां

कवि सम्मेलन में हुई रचनाओं की रस वर्षा

बस्ती । समाजसेवी एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख, पत्रकार हनुमत प्रसाद मिश्र को उनके पुण्य तिथि पर याद किया गया। राष्ट्रीय कवि सम्मेलन के साथ ही प्रेस क्लब के सभागार में विभिन्न क्षेत्रों में सृजनात्मक कार्य करने वाली विभूतियों को सम्मानित किया गया।


कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधायक दयाराम चौधरी ने कहा कि हनुमत प्रसाद मिश्र ने अपने जीवन में अनेक सृजन के कार्य किये, साऊंघाट के ब्लाक प्रमुख के साथ ही राजनीति, पत्रकारिता में अपनी भूमिका के साथ ही अनेक विद्यालयों के प्रबन्धक के रूप में उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।


वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चन्द्र पाण्डेय, कृष्णदेव मिश्र, प्रेस क्लब अध्यक्ष विनोद कुमार उपाध्याय, प्रकाश चन्द्र गुप्ता, पुनीत दत्त ओझा आदि ने हनुमत प्रसाद मिश्र के पुत्र बंशगोपाल मिश्र ने हनुमत प्रसाद की स्मृतियों को साझा किया। वरिष्ठ कवि डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये हनुमत प्रसाद मिश्र से जुड़े अनेक स्मृतियों पर प्रकाश डाला।


कार्यक्रम के दूसरे चरण में आयोजित कवि सम्मेलन का आरम्भ ज्योतिमा शुक्ला की सरस्वती वंदना से हुआ, उनकी रचना ‘‘झूठ के हाथ तख्त आया है, ताज सच का उछल गया देखो’’। को सराहना मिली। इसी कड़ी में डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ‘दीपक’ के शेर ‘ ऐ अब्र हमें तू बार-बार सैलाब की धमकी देता है, हम तो दरिया की छाती पर तरबूज की खेती करते हैं’ ने मंच को नई ऊंचाई दी। डा. सत्यमवदा ‘सत्यम’ की पंक्तियां ‘ लिखता है कोई नेह पटल पर चुपके, चुपके नाम, मुझको मीरा प्रेम योगिनी, अपने को घनश्याम’ सुनाकर वाहवाही लूटी। ओज के सशक्त कवि डा. ओम प्रकाश वर्मा ‘ओम’ ने ओजस्वी कविता के द्वारा राष्ट्रप्रेम को मुखर किया। उनकी पंक्ति- ‘ जन-जन की पहचान बंदेमातरम, भारत की आन बान शान वंदेमातरम’ को श्रोताओं ने सराहा। विनोद उपाध्याय ने कुछ यूं कहा- गंदगी दूर हो सियासत से, अच्छे लोगों का अब सदन रखिये, के द्वारा राजनीति पर तीखी टिप्पणी की। डा. रामकृष्ण लाल जगमग की पंक्तियां‘ लायक बेटे ही करते हैं खानदान का ऊंचा नाम, हम जीने का हुनर सिखाते, दुःख के क्षण में भी मुस्काते’ को सराही गयी।


इस अवसर पर बस्ती शोभा संस्था की ओर से पूर्व विधायक दयाराम चौधरी, दिनेश सांकृत्यायन, मजहर आजाद, कृष्णदेव मिश्र, विनोद उपाध्याय, संजय विश्वकर्मा, पुनीत दत्त ओझा, स्कन्द शुक्ल, सुरेश सिंह गौतम, आलोकमणि त्रिपाठी, रमेश चन्द्र मिश्र, प्रकाश चन्द्र गुप्ता, जय प्रकाश उपाध्याय, डा. ज्ञानेन्द्र द्विवेदी ‘दीपक’ डा. सत्यमवदा ‘सत्यम’ डा. रामकृष्ण लाल ‘जगमग’ डा. ओम प्रकाश शर्मा ‘ओम’ ज्योतिमा शुक्ल, सुशील सिंह, डा. राजेन्द्र सिंह, डा. अजीत ‘राज’ अर्चना श्रीवास्तव, संध्या दीक्षित, सत्येन्द्रनाथ ‘मतवाला’ डा. वी.के. वर्मा डा. अफजल हुसेन ‘अफजल’ रहमान अली ‘रहमान’ को सम्मानित किया गया। हनुमत प्रसाद मिश्र के पुत्र राघवेन्द्र मिश्र ने स्मृतियों को याद करते हुये आगन्तुकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से महेन्द्र तिवारी, अशोक श्रीवास्तव, बबुन्दर यादव, राजेश पाण्डेय, लवकुश सिंह, राकेश चन्द्र श्रीवास्तव ‘बिन्नू’ लवकुश यादव, दिनेश कुमार पाण्डेय, तबरेज आलम, वीर कुमार, लालू प्रसाद यादव, राकेश त्रिपाठी, राकेश तिवारी, मनोज यादव, रजनीश त्रिपाठी, राकेश गिरी के साथ ही बडी संख्या में लोग उपस्थित रहे।