Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

स्वतंत्रता का उद्देश्य चिरपुरातन राष्ट्र को पुनः वैभवशाली बनाना है।

सिद्धार्थनगर। भारत को हजार वर्षों के संघर्ष के बाद स्वाधीनता मिली है। इस स्वतंत्रता का उद्देश्य चिर-पुरातन राष्ट्र को पुनः वैभवशाली बनाना है। पूरे भारतवर्ष को एक समाज के रूप में प्रतिष्ठित करना संघ की सोच है। संघ इसी के लिए नित्य साधना कर रहा है।
उक्त बातें गोरक्ष प्रांत के सह प्रान्त प्रचारक श्री अजय जी ने कही। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सिद्धार्थनगर के तत्वाधान बुद्ध विद्यापीठ महाविद्यालय सिद्धार्थनगर में विजयादशमी उत्सव कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक समाज, राष्ट्र और जन समूह को अपना इतिहास ठीक प्रकार से समझना चाहिए। जो समाज या राष्ट्र अपने इतिहास की गलतियों से सीख नहीं लेता, उसका अस्तित्व समाप्त हो जाता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक पूजनीय डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार ने इतिहास की गलतियां पुनः न हो, इसके लिए संघ की स्थापना की। डॉ. हेडगेवार ने विक्रम संवत् 1982 (तदनुसार 1925 ई. सन्) के विजयादशमी के दिन संघ की स्थापना की। नवरात्रि के समय में पूरे देश में मां दुर्गा की पूजा आराधना जाती है ।संघ भी शक्ति उपासना के लिए शस्त्र पूजन कर यह उत्सव मनाता है ।जिस प्रकार आसुरी शक्तियों को समाप्त करने के लिए सभी देव शक्तियों ने अपने शक्ति को एकजुट कर दुर्गा शक्ति पुंज के रूप में प्रकट किया जिसके फलस्वरूप राक्षसों का संहार संभव हुआ। भारत माता साक्षात दुर्गा हैं। इसलिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने जीवित जागृत देवता की ही आराधना के लिए शस्त्र और शास्त्र दोनों के रक्षार्थ दिन-रात समर्पित है। धर्म मार्ग पर चलना प्रत्येक के लिए आवश्यक है।
उन्होंने समरसता का आग्रह करते कहा कि ईश्वर की प्रत्येक कृति में उनका अंश है. समाज को सोचना चाहिए कि हम सभी बंधु हैं। हममें से कोई अछूत नहीं है। समाज के सभी लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हमको चलना होगा। ये नहीं सोचना है कि कौन किस जाति का है? झोपड़ी में जन्म लेने वाला व्यक्ति हो या महल में पैदा लेने वाला व्यक्ति, सबमें परमात्मा का अंश है। यह हमारी सनातन संस्कृति है। इस संस्कृति को तोड़ने के लिए लोग एकजुट होकर कार्य कर रहे हैं, लेकिन इस श्रेष्ठ परम्परा और संस्कृति के वाहक अलग-अलग हैं। हम लोगों को एक साथ मिलकर कार्य करना होगा, तभी टुकड़े-टुकड़े गैंग परास्त हो पाएगा।इसके पूर्व स्वयंसेवकों द्वारा घोष वाद्य यंत्र के साथ पथ संचलन निकाला गया जो बुद्ध विद्यापीठ डिग्री कॉलेज से निकलकर सिद्धार्थ चौराहा, स्टेट बैंक , हाइडिल तिराहा होते हुए वन विभाग, नवीन सब्जी मंडी, सिंहेश्वरी मंदिर होते हुए निर्धारित स्थल पर समापन किया गया ।जिला संचालक गोकुल गोयल, सह नगर संचालक मुरलीधर अग्रहरि, विभाग प्रचारक श्री श्रीप्रकाश, प्रान्त बौद्धिक प्रमुख डा0अरविन्द सिंह,जिला कार्यवाह शिवेंद्र सिंह, सह जिला कार्यवाह अविनाश जायसवाल, राकेश मणि त्रिपाठी, विपुल कुमार सिंह ,ओंकार नाथ पांडेय, नंदलाल रस्तोगी ,सांसद जगदंबिका पाल ,विधायक श्यामधनी राही ,लानगरपालिका अध्यक्ष श्याम बिहारी जायसवाल, शक्ति जायसवाल आदि बन्धुओ की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।