Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

बस्ती की प्रतिभाओं को मिला राष्ट्रीय स्तर का मंच

बस्ती।राजकीय कन्या इंटर कालेज बस्ती में गोरखपुर की बेटी नीलम सिंह को बतौर विज्ञान सहायक अध्यापिका 31 वर्ष पहले तैनाती मिली तो उन्होंने अपने आप को बस्ती की छात्राओं, महिलाओं के नाम पर समर्पित कर दिया। विज्ञान के साथ-साथ खेलकूद, स्काउट-गाइड का नेतृत्व करते हुए छात्राओं को आगे बढ़ाने में जुटी रहने वाली नीलम सिंह को हर उस जगह पर देखा जा सकता है, जहां पर समाज की बेहतरी के लिए कोई जागरूकता कार्यक्रम हो रहा हो। पदोन्नति पाते हुए जीजीआईसी प्रधानाचार्या के पद पर कार्यरत नीलम सिंह छात्राओं व महिलाओं को आगे बढ़ाने में अपनी भागीदारी निभा रही हैं।
छात्र जीवन में नीलम सिंह बेहतरीन हाकी खिलाड़ी रहीं। राज्यस्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के चलते उनकी हिचक जाती रही। एनसीसी में बी सर्टीफिकेट हासिल किया तो एनएसएस की बेस्ट कैम्पर के तौर पर पुरस्कार मिला। बेहतरीन नेतृत्व क्षमता के चलते वह अपनी पहचान बनाते हुए महिलाओं का प्रतिनिधित्व करती रहीं। 1989 में जीआईसी में कार्यभार संभाला तो खेलकूद से लेकर स्काउट-गाइड की गतिविधियों को भी संभाल लिया। छात्राओं को जिला, मंडल, राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताओं में ले जाना, उनका निर्देशन करना और पुरस्कार हासिल कराने के लिए हर वह सकारात्मक प्रयास करती हैं, जो होना चाहिए। गाइड कैप्टन के तौर पर भी जिले का नेतृत्व किया तो इस समय वह जिला गाइड कमिश्नर के तौर पर सेवा दे रही हैं।
नीलम सिंह के लिखे व निर्देशित विज्ञान ड्रामा का प्रदेश में पहला पुरस्कार मिला तो राष्ट्रीय स्तर पर भी उसकी सराहना हुई। विज्ञान प्रतियोगिता में प्रदेश स्तरीय चल बैजंती शील्ड हासिल कर छात्राओं का उत्साह बढ़ाया। उनके नेतृत्व में कार्य करने व शिक्षा हासिल करने वाली छात्राएं उच्च पदों पर कार्यरत हैं। कोरोना का समय हो या अन्य किसी भी प्रकार की जागरूकता रैली, वहां पर नीलम सिंह को अपनी पूरी टीम के साथ आसानी से देखा जा सकता है।
प्रधानाचार्या नीलम सिंह का कहना है कि कोई बहन जिस भी विभाग, पद, घर पर या कहीं पर भी हों, वहां पर अपने अधिकार व कार्य को समझें। उसे बेहतर ढंग से संपादित करें। यदि समस्या आती है तो उससे न घबराएं, बल्कि उसके समाधान का तरीका ढूंढ कर हल करें। समाज में अपने महत्व को पहचानें और उसके अनुसार आगे बढ़ते हुए बेहतर कार्य करें।