Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगा रुपया, अब दे रहा है जान से मार देने की धमकी

बस्ती। थाना नगर जनपद की रहने वाली राधिका जो पांडे बाजार थाना पुरानी बस्ती अपने पिताजी वह दो सगी बहनों के साथ रहकर शिक्षा ग्रहण कर रही थी विपक्षी प्रहलाद गुप्ता पुत्र श्री रामचंद्र गुप्ता निवासी जामडीह पांडे थाना कोतवाली बस्ती का राधिका के पिताजी से अच्छे संबंध थे और वह अक्सर राधिका के किराए के मकान पर आया करते थे और राधिका के पिताजी से 1 दिन विपक्षी द्वारा कहा गया कि मेरे एक रिश्तेदार बैंक में बड़े अधिकारी हैं मैं उनसे कह कर तुम्हारी लड़की राधिका की नौकरी बैंक में लगवा दूंगा मेरे पिताजी इस बात को हम से बताएं विपक्षी दोबारा जब फिर से किराए के मकान पर आए तो राधिका ने कहा कि अंकल मेरी नौकरी लगवा दीजिए उसी समय विपक्षी फोन मिलाकर हैंड फ्री कर किसी से नौकरी के बारे में बात किए हैंड फ्री होने के कारण राधिका ने कहा हम सब लोग सब बातों को सुन रहे थे उसी के फोन पर बताया गया 2 से 3 दिन में तीन लाख रुपए ला कर दीजिए हम 10 दिन के अंदर बैंक में नौकरी लगवा देंगे विपक्षी के बातों के विश्वास में आकर राधिका के पिताजी धन राशि की व्यवस्था कर दिनांक 8.06.2022 को विपक्षी को प्रार्थी द्वारा अपने हाथों से गिन कर दिया गया और रुपए के संबंध में बिना किसी जोर दबाव के शपथ पत्र भी लिखवा कर दिया गया। बताते चलें 10 दिन से ज्यादा समय व्यतीत हो गया तब राधिका और उसके पिताजी विपक्षी के घर दिनांक 20.06.2022 को गई विपक्षी से कहा कि अभी तक नौकरी और नहीं लग पाई आप मेरा पैसा वापस कर दीजिए इतने में विपक्षी आग बबूला होकर गाली गुप्ता देने लगा और राधिका और उसके पिता अपनी इज्जत बचा कर अपने घर चले आए चलते समय विपक्षी द्वारा कहा गया कि अगर दोबारा पैसा मांगने आओगे तो जान से मार दूंगा हम लोग उसकी धमकी से डर कर काफी घबरा क्योंकि विपक्षी काफी दबंग किस्म का व्यक्ति है विपक्षी के डर से पांडे बाजार का किराए का मकान खाली कर वर्तमान में मोहल्ला ओरिजोत गांधीनगर थाना कोतवाली में किराए के मकान मे रह रहे है लेकिन विपक्षी पैसा देने में आनाकानी कर रहा है। प्रार्थिनी थक हार कर कोतवाली पहुंचकर प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई सुनवाई ना देखते हुए पुलिस अधीक्षक बस्ती आशीष श्रीवास्तव से मिलकर प्रार्थना पत्र के साथ अपनी समस्या बताएं इस मामले में जब थाना कोतवाली बस्ती कोतवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में नहीं है प्रार्थना पत्र मिलने पर जांच की जाएगी।