Thursday, June 27, 2024
हेल्थ

खुशहाल परिवार के लिए शादी के बाद अपनाएं शगुन किट

बस्ती। शादी के बाद मिलने वाला उपहार शगुन किट आपके जीवन को खुशहाल बना सका है। जरूरत इस बात की है कि इस किट की अहमियत समझते हुए उसे अपने जीवन में उतारें। शादी के बाद आशा द्वारा शगुन के रूप में ‘नई पहल किट’ भेट की जाती है। इस किट में श्रृंगार प्रसाधन की सामग्री के साथ ही परिवार नियोजन के अस्थायी साधन मौजूद रहते हैं।

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. सीके वर्मा का कहना है कि विवाह के बाद बहू के ससुराल में कदम रखते ही आशा कार्यकर्ता स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुभ शगुन के रूप में नई पहल किट का तोहफा देती हैं। इसका उद्देश्य नवविवाहित दम्पति को पारिवारिक और वैवाहिक जीवन के दायित्वों के लिए तैयार करना है। सेहत के साथ ही आर्थिक बेहतरी के लिए भी यह जरूरी है। बच्चे की योजना शादी के दो साल बाद ही बनाएं और दो बच्चों के जन्म में कम से कम तीन साल का अंतर जरूर रखें।
परिवार नियोजन प्रबंधक राकेश पाण्डेय का कहना है कि जनपद में पिछले वित्तीय वर्ष में 9192 शगुन किट ( नई पहल ) का वितरण किया गया है। इसके साथ ही इस वित्तीय वर्ष में चल रहे सास-बहू-बेटा सम्मेलन के दौरान नई पहल किट का वितरण किए जाने की योजना है ।

क्या है शगुन किट
शगुन किट 12 से 13 इंच के चौकोर लाल रंग का एक बॉक्स है, इसे स्वास्थ्य विभाग की ओर से नवदंपति को भेंट किया जाता है। बॉक्स में नया उपहार शगुन बेमिसाल, नई जोड़ी परिवार खुशहाल का स्लोगन भी लिखा होता है।
यूपी टीएसयू के जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ स्मिता ने बताया शगुन के इस किट में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक पत्र भी होता है, जिसमें परिवार नियोजन के फायदों के बारे में लिखा होता है। इस पत्र का उद्देश्य नवविवाहित दम्पति को परिवार नियोजन के लिए सचेत करने के साथ दो बच्चों तक ही परिवार को सीमित रखने के लिए प्रोत्साहित करना है। इसमें गर्भनिरोधक साधनों के साथ ही शीशा, कंघी, रूमाल, तौलिया आदि होता है। निरक्षर दंपति को आशा पढ़कर छोटा व सुखी परिवार का महत्व बताती है।