ईटीसी तथा पीआईसीयू की व्यवस्था में नहीं आनी चाहिए कोई कमी
संतकबीरनगर। जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह व एपीडेमियोलाजिस्ट ( जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली के साथ उनकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नाथनगर, खलीलाबाद में इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर (ईटीसी) के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र हैसर बाजार में पीआईसीयू ( पिडियाट्रिक इंसेंटिव केयर यूनिट ) का निरीक्षण किया। इस दौरान पाथ संस्था की प्रतिनिधि संतोषी ने भी स्थितियों का जायजा लिया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सभी ईटीसी प्रभारियों को यह निर्देश दिया कि व्यवस्था को बेहतर बनाए रखें। ताकि कहीं पर भी कोई मरीज मिले तो उसे तुरन्त चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा के निर्देश पर जिला मलेरिया अधिकारी, जिला एईएस जेई टेक्निकल असिस्टेंट शशि चन्द्र पाण्डेय व पाथ की जिला कोआर्डिनेटर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खलीलाबाद के इंसेफेलाइटिस ट्रीटमेंट सेंटर का निरीक्षण किया। वहां पर उन्होने वहां की व्यवस्थाओं को देखा और आवश्यक दिशा निर्देश दिया। तत्पश्चात सांथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्थित ईटीसी पहुंचे। वहां से उनकी टीम मेंहदावल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के ईटीसी सेण्टर में पहुंची। वहां पर स्थित मिनी पीआईसीयू में गए। पीआईसीयू में मौजूद नर्सेज से वहां पर लगे उपकरणों के बारे में जानकारी ली। नर्स ने बताया कि सभी उपकरण चालू हालत में हैं। कोई भी उपकरण खराब नहीं है। वहां पर निरन्तर स्वच्छता बनाए रखने के निर्देश के साथ ही उन्होने नर्स की कार्यकुशलता को भी देखा। उसका परीक्षण भी उन्होने किया। इस दौरान डॉ मुबारक अली ने संक्रामक रोगों से लड़ने की व्यवस्थाओं के साथ ही वहां पर मौजूद वाहन सुविधाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होने कहा कि इस तरह का निरीक्षण निरन्तर जारी रहेगा, ताकि कहीं से भी कोई कमी न रह जाए। अब वह समय आ गया है जब जेई व एईएस के मरीज आते हैं, ऐसे समय में पर्याप्त तैयारी रखनी जरुरी होती है।
सामुदायिक स्वास्थ्य हैसर क्षेत्र में निरीक्षण के लिए पहुंचे अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बार्न डिजीज डॉ वी पी पाण्डेय ने कहा कि जिले में कुल 3 पीआईसीयू, 9 ईटीसी के साथ ही जिला अस्पताल में 18 बेड का वेंटीलेटर से युक्त आईसीयू है। इन सभी का एक चक्र में निरीक्षण कर लिया गया है। जून माह में एक बार फिर निरीक्षण किया जाएगा। जो भी कमियां हों इसके बारे में तुरन्त बताएं, समस्या का निदान करके व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। बच्चों का स्वास्थ्य प्रदेश सरकार की पहली प्राथमिकता है।
उच्च प्राथमिकता वाले गांवों पर रखें विशेष नजर
निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वेक्टर बार्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम डॉ वीपी पाण्डेय ने कहा कि जेई और एईएस का मौसम अब आने वाला है, लोगों को मच्छरों से बचने के लिए जागरुक रहने को कहें, साथ ही साथ सभी अधीक्षक अपने क्षेत्र के उच्च प्राथमिकता वाले गांवों पर विशेष नजर रखें। उच्च प्राथमिकता वाले गांवों में खलीलाबाद ब्लाक के खलीलाबाद, गिरधरपुर मेंहदावल ब्लाक के मेंहदावल, गगनई राव नाथनगर ब्लाक के हरिहरपुर, महुली व नाथनगर, हैसर बाजार ब्लाक के हैसर बाजार, बरपरवा , बेलहरकला ब्लाक के बेलहरकला, लोहरौली, गुनाखोर, बघौली ब्लाक के नाऊडांड, पौली ब्लाक के मुठहीं कला, नारायनपुर तथा सेमरियांवा ब्लाक के लहुरा देवा गांव शामिल हैं।