Wednesday, July 3, 2024
साहित्य जगत

भारत के भारत रत्न’ काव्य ग्रंथ का लोकार्पण व सम्मान समारोह संपन्न

जयपुर की सुखमिला अग्रवाल ‘भूमिजा’ को काव्य रत्न एवार्ड

दिल्ली।(सुधीर श्रीवास्तव) हिन्दी भवन दिल्ली में सम्पन्न हुआ ,’भारत के भारत रत्न’ काव्य ग्रंथ के भव्य लोकार्पण कार्यक्रम में जयपुर की कवियित्री सुखमिला अग्रवाल’भूमिजा’ जी को देश विदेश की 240 महान विभूतियों के साथ ‘काव्य रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया गया।
दिनांक 15 मई 2022 को दिल्ली स्थित हिन्दी भवन में कावेरी काव्य ग्रंथ ,’भारत के भारत रत्न’ का भव्य लोकार्पण एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।
इस महान ग्रंथ के समय पालक डा. राजीव कुमार पाण्डे जी एवं संकलन कर्ता श्री ओंकार त्रिपाठी जी हैं।
इस भव्य कार्यक्रम में देश विदेश के 150 साहित्यकारों को ,’काव्य रत्न’ सम्मान से सम्मानित किया गया।
शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत हुई।कुसुमलता कुसुम ने सुमधुर कंठ से सरस्वती वंदना का पाठ किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुदर्शन चैनल के अध्यक्ष, प्रबंध निदेशक एवं एडिटर इन चीफ श्री सुरेश चव्हाण जी ने इस ग्रंथ को राष्ट्रीय अस्मिता का ग्रंथ बताते हुए कहा कि यह केवल ग्रंथ नहीं, बल्कि राष्ट्रीय धरोहर है,इससे भारत की आने वाली पीढ़ी को हमारे देश की महान विभूतियों को काव्यात्मक रुप में पढ़ने का अवसर मिलेगा।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त साहित्यकार पद्म श्री डा. श्याम सिंह ‘शशि’ हिंदी साहित्य के इतिहास में यह कार्य अपने आप में अनूठा है। विशिष्ट अतिथि और नागरी लिपि परिषद के महामंत्री डा हरिसिंह पाल जी ने कहा कि इस विशाल ग्रंथ में 215 उत्कृष्ट रचनाकारों ने सृजन किया जो अभी तक अछूता है।
विशिष्ट अतिथि और हिंदी अकादमी दिल्ली के सचिव डा जीतराम भट्ट जी ने इस महाग्रंथ को कावेरी ग्रंथ की संज्ञा देते हुए कहा कि इसे भारत की प्रत्येक लाइब्रेरी में होना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि अध्यक्ष दिल्ली हिंदी साहित्य डा. इंदिरा मोहन ने इसे अभूतपूर्व ग्रंथ बताया।
तालियों की गड़गड़ाहट व जय श्रीराम के उद्घोष के साथ काव्य ग्रंथ कालोकार्पण हुआ।तत्पश्चात देश के कोने कोने से आये 150 साहित्यकारों को अंग वस्त्र, सम्मान पत्र और ग्रंथ भेंटकर सम्मानित किया गया।
संस्था के संस्थापक एवं अध्यक्ष डा राजीव कुमार पाण्डे जी ने शानदार संचालन करते हुए सभी अतिथियों व श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।संस्था की कोषाध्यक्ष अनुपमा पाण्डेय जी ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
ग्रंथ में रचनाकार के रुप में शामिल गोण्डा के वरिष्ठ कवि/ साहित्यकार सुधीर श्रीवास्तव ने सरिता सिंह सहित सभी अतिथियों, सम्मानित हुए रचनाकारों के साथ डॉ राजीव कुमार पांडेय (संस्थापक एवं अध्यक्ष) और संस्था के पदाधिकारियों को बधाइयां शुभकामनाएं देते हुए बताया कि उन्हें भी सम्मान समारोह में आमंत्रित किया गया था, मगर कुछ व्यक्तिगत कारणों से शामिल न हो पाने का मलाल भी है।