Thursday, July 4, 2024
बस्ती मण्डल

जिलाधिकारी ने लूह से बचाव से के लिए अपील की

संतकबीरनगर। *एनडीएमए ने 2019 में ‘‘आंधी तूफान एवं व्रजपात/ओलावृष्टि और तेज हवाओं की रोकथाम और प्रबन्धन-कार्य योजना की तैयारी के लिए दिशा-निदेश जारी किए थे, जिसमें राज्यो/केन्द्र शासित प्रदेशों और अन्य एजेंसयिो की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को बेहतर बताया गया है। तेज आंधी और आकाशीय बिजली के कारण होने वाले किसी भी घटना के लिए तैयारियों हेतु दिशा-निर्देश एनडीएमए अंग्रेजी और हिन्दी भाषाओं में क्या करें और क्या न करें जारी किया है।*

लू प्रकोप एवं गर्म हवा-
लू से जन-हानि भी हो सकती है। इसके असर को कम करने के लिए और लू से होने वाली मौत की रोकथाम के लिए निम्न सावधानियॉ बरतें-

कड़ी धूप में बाहर न निकलें, खासकर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक के बीच में।
जितनी बार हो सके पानी पियें, प्यास न लगे तो भी पानी पियें।

हल्के रंग के ढीले-ढीले सूती कपड़े पहनें। धूप से बचने के लिए गमछा, टोपी, छाता, धूप का चश्मा, जूते और चप्पल का इस्तेमाल करें।

सफर में अपने साथ पानी रखें।
शराब, चाय, कॉफी जैसे पेय पदाथों का इस्तेमाल न करें, यह शरीर को निर्जलित कर सकते है।
अगर आपका काम बाहर का है तो, टोपी, गमछा या छाते का इस्तेमाल जरूर करें और गीले कपड़े को अपने चेहरे, सिर और गर्दन पर रखें।

अगर आपकी तबियत ठीक न लगे या चक्कर आए तो तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें।

घर में बना पेय पदार्थ जैसे कि लस्सी, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी, छांछ, आम का पना इत्यादि का सेवन करें।

जानवरो कां छांव में रखें और उन्हे खूब पानी पीने को दें।

अपने घर को ठंडा रखें, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें। रात में खिड़कियॉ खुली रखे।

फैन, ढीले कपड़े का उपयोग करंे। ठंडे पानी से बार-बार नहाए।
क्या करें-क्या न करें-
धूप में खड़े वाहनों में बच्चों एवं पालतू जानवरों को न छोड़े।

खाना बनाते समय कमरे के दरवाजे के खिड़की एवं दरवाजे खुले रखें जिससे हवा का आना जाना बना रहे।
नशीले पदार्थ, शराब तथा अल्कोहल के सेवन से बचें।

उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करने से बचें। बासी भोजन न करें।

खिड़की को रिफ्लेक्टर जैसे एल्युमीनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढक कर रखे, ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके।
उन खिड़कियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाएॅ आती है, काले पर्दे लगाकर रखना चाहिए।
स्थानीय मौसम के पूर्वनुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सतर्क रहें।
आपत स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें।
बच्चों व पालतू जानवरों को कभी बंद वाहन में अकेला ना छोड़े।
जहॉ तक संभव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के सम्पर्क से बचें।

सूर्य के ताप से बचने के लिए जहॉ तक संभव हो घर की निचली मंजिल पर रहें।

संतुलित, हल्का व नियमित भोजन करें।

घर से बाहर अपने शरीर व सिर को कपड़े या टोपी से ढक कर रखें।