Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मिलेगी परिवार नियोजन की सुविधा

-मंडल की 16 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर को किया जा रहा प्रशिक्षित

बस्ती। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर भी जल्द ही परिवार नियोजन की सुविधा मिलेगी। मंडल की 16 कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (सीएचओ) को जिला महिला अस्पताल में तीन दिवसीय इंटीग्रेटेड आईसीयू का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षित सीएचओ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के करीब स्थित प्रसव केंद्र पर अपनी सेवाएं देंगी। प्रसव केंद्र पर महिलाओं को परिवार नियोजन के फायदे बताने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग में मौजूद साधनों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसी के साथ पोस्ट पार्टम इंट्रा यूरेटाइन कांट्रासेप्टिव डिवाइस (पीपीआईयूसीडी) व आईयूसीडी लगाने की सेवाएं प्रदान की जाएंगी। अभी तक यह सुविधा अस्पतालों में ही मिल पाती रही है। प्रसव केंद्र तक सेवा का विस्तार होने से इससे अपनाने वालों की संख्या में इजाफा होगा। प्रशिक्षण का आयोजन एनएचएम द्वारा यूपीटीएसयू के सहयोग से किया जा रहा है।
मास्टर ट्रेनर डॉ. संदीप मौर्या ने बताया कि पीपीआईयूसीडी प्रसव के 48 घंटे के अंदर लगाई जाती है। आईयूसीडी कभी भी महिला की इच्छा पर लगाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि यह दोनों साधन अस्थाई व सुरक्षित हैं। इसका लगाना भी काफी आसान होता है। अस्थायी साधन होने के कारण दो बच्चों में अंतर की चाहत रखने वाले दंपति के लिए यह काफी उपयोगी है। इसके लगने से दंपति को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है। उन्होंने कहा कि प्रसव के लिए आने वाली महिला व उसके परिवार के लोगों को पहले इसकी उपयोगिता के बारे में बताएं तथा उनकी सहमति के बाद इसे लगाएं। लॉजिस्टिक मैनेजर परिवार नियोजन प्रदीप सिंह व जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ स्मिता शुक्ला ने बताया कि पीपीआईयूसीडी दो प्रकार का होता है, एक पांच साल तक व दूसरा 10 साल तक असरदार होता है। सभी सुविधा स्वास्थ्य केंद्र पर नि:शुल्क उपलब्ध है।
शिल्पी सिंह, प्रीति यादव, विजय लक्ष्मी, संजना सिंह, शिखा वर्मा, स्नेहलता, अनीता देवी, बब्ली, सपना भारती, मांडवी पाल, अनु सिंह, किरन आदि ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया।

6156 ने अपनाया पीपीआईयूसीडी
पहली अप्रैल 2021 से फरवरी 2022 तक जिले की कुल 6156 महिलाओं ने पीपीआईयूसीडी को अपनाया है। इसी के साथ 6804 महिलाओं ने आईयूसीडी को अपनाया है। यह सुविधा जिला महिला अस्पताल सहित अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क मुहैया कराई जा रही है।