Wednesday, June 26, 2024
हेल्थ

नियोजन और रिपोर्टिंग से स्वास्थ्य सेवा सुदृढ़ कर रहे हैं गगन

कोविड टीकाकरण में शत प्रतिशत से अधिक उपलब्धि में दिया योगदान

गोरखपुर। बेहतर नियोजन, रिपोर्टिंग और नेतृत्व से कोई भी स्वास्थ्य कार्यक्रम सफल हो सकता है। यह साबित कर दिखाया है चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के ब्लाक प्रोग्राम मैनेजर (बीपीएम) गगन चतुर्वेदी ने। अपने कुशल मैनेजमेंट के बल पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. धनंजय कुशवाहा की अगुवाई में कोविड टीकाकरण में शत प्रतिशत से अधिक की उपलब्धि उन्होंने ब्लॉक के खाते में दर्ज कराई। फैमिली प्लानिंग में ब्लॉक को नंबर वन बनाने और बेस्ट बीपीएमयू का पुरस्कार दिलाने में भी गगन ने अहम योगदान दिया।

बीपीएम गगन चतुर्वेदी (36) ने नौ मार्च 2013 से स्वास्थ्य विभाग में योगदान देना शुरू किया था । उनकी भूमिका हमेशा पर्दे के पीछे की रही । वह बताते हैं कि वर्ष 2020 में जब मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले की शुरुआत हुई। इसके बाद रविवारीय अवकाश के दिन भी दायित्व बढ़ गये । साथ ही कोविड संक्रमण भी शुरू हो गया । पूरे कोविड काल में अवकाश के दिन भी घर से कार्य करना पड़ा । टीकाकरण के समय भीड़ भाड़ में काम करना सबसे बड़ी चुनौती थी लेकिन मास्क और हाथों की स्वच्छता जैसे नियमों से कोविड से बचे रहे । पूरी टीम के सहयोग से वर्ष 2018-19 में चरगांवा को बेस्ट बीपीएमयू का पुरस्कार मिला । वित्तीय वर्ष 2020-21 में परिवार नियोजन कार्यक्रमों और प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में पहला स्थान मिला जो कि प्रभारी के नेतृत्व और टीम के सहयोग से ही संभव हो सका ।

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी चरगांवा डॉ. धनंजय कुशवाहा का कहना कि चरगांवा ब्लॉक 18 प्लस टीकाकरण, सैकेंड डोज टीकाकरण और 15 से 18 आयु वर्ग के टीकाकरण में शत फीसदी से अधिक उपलब्धि हासिल कर चुका है । इस कार्य में बीपीएम के प्लानिंग ने अहम भूमिका निभायी है। अच्छी प्लानिंग के साथ-साथ समय से रिपोर्टिंग के कारण चरगांवा ब्लाक अच्छे संकेतांक दे पाता है । बीपीएमयू चरगांवा इस बात के लिए जिले में सराहा जाता है कि टीम भावना से स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ किया जा सकता है और इसका लाभ समुदाय तक पहुंचाया जा सकता है ।

*एक ही दिन में 6000 लोगों का टीकाकरण*

चरगांवा क्षेत्र के जंगल धूषण गांव की एएनएम श्वेता बताती हैं कि उनके गांव को जिलाधिकारी ने गोद लिया है। पूरे गांव को कोविड टीकाकरण से संतृप्त किया जाना संभव न हो पाता अगर बीपीएम ने फोकस्ड प्लान नहीं किया होता । बीपीएम ने एक ही दिन में आसपास के गांवों की एएनएम को मिला कर 18 टीम तैयार किया और गांव में करीब 6000 से अधिक लोगों का टीकाकरण करवाया ।

*बीपीएम की भूमिका अहम*
स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने में और संकेतांकों को सुधारने में बीपीएम पद की अहम भूमिका होती है। कोविड काल में जिले के सभी बीपीएम ने अच्छा योगदान दिया है । जिले के सभी बीपीएम के सहयोग से ही गोरखपुर हेल्थ डैशबोर्ड में नंबर एक, नंबर दो और नंबर तीन जैसे रैंक हासिल कर सका । चरगांवा बीपीएम के प्रयासों के कई संकेतांकों में इस ब्लॉक का उल्लेखनीय प्रदर्शन रहा है।
*डॉ. नंद कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आरसीएच*