Wednesday, July 3, 2024
हेल्थ

एनक्वास के लिए हुआ भटहट सीएचसी का राज्य स्तरीय मूल्यांकन

-सीएचसी श्रेणी में पहली बार किसी केंद्र को एनक्वास के लिए जिले में किया जा रहा तैयार

गोरखपुर।(गुरूमीत सिंह) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भटहट को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेशन (एनक्वास) दिलवाने का प्रयास तेज कर दिया गया है। इस सिलसिले में दो सदस्यीय राज्य स्तरीय टीम ने दो दिनों तक सीएचसी का मूल्यांकन किया। सीएचसी श्रेणी में पहली बार किसी केंद्र को एनक्वास के लिए जिले में तैयार किया जा रहा है। *राज्य स्तरीय मूल्यांकन टीम ने सीएचसी के लोगों से कहा कि एनक्वास सर्टिफेकेशन टीम भावना का विकास करता है। इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ता है। **

सीएचसी के अधीक्षक डॉक्टर अश्वनी चौरसिया ने बताया कि राज्य से नामित डॉक्टर नंद कुमार और डॉक्टर अजय कुमार ने राज्य स्तरीय मूल्यांकन किया है। एनक्वास मूल्यांकन 2200 बिंदुओं पर होगा। सीएमओ डॉक्टर आशुतोष कुमार दूबे के दिशा-निर्देशन में हर पंद्रह दिन पर ब्लाक की क्वालिटी टीम बैठक करेगी और गैप्स को ढूंढकर दूर किया जाएगा। सितंबर 2021 में एनक्वास के लिए आंतरिक आडिट किया गया था था जिसमें 45 फीसदी स्कोर मिला था। दिसम्बर में जिला स्तरीय मूल्यांकन हुआ था जिसमें 75 फीसदी स्कोर मिला। राज्य स्तरीय मूल्यांकन के बाद नेशनल टीम विजिट करेगी।

1972 में पीएचसी के तौर पर स्थापित भटहट सीएचसी 30 बेड के साथ करीब दो लाख की आबादी को सेवा दे रही है। यहां की औसत ओपीडी इस समय 245 है और बेड आक्युपेंसी रेट 75 फीसदी है।

डॉक्टर चौरसिया ने बताया कि एनक्वास के लिए चेकलिस्ट के अनुसार हर डिपार्टमेंट का गैप क्लोजर किया जाएगा। स्वास्थ्य केंद्र को दो बार कायाकल्प अवार्ड मिल चुका है और टीम भावना से एनक्वास भी हासिल किया जाएगा।

इस मौके पर जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉक्टर मुस्तफा खान,सहयोगी विजय श्रीवास्तव, एचईओ कामेश्वर सिंह, बीपीएम अश्विनी द्विवेदी, बीसीपीएम आरती त्रिपाठी प्रमुख तौर पर मौजूद रहीं।

*इन पर रहेगा फोकस*
सर्विस प्रोविजन
मरीजों के अधिकार
इनपुट
सपोर्ट सर्विसेज
क्लनिकल केयर
इंफेक्शन कंट्रोल
क्वालिटी मैनेजमेंट
आऊटकम

*50 एनक्वास इकाइयां*
प्रदेश में इस समय 50 स्वास्थ्य इकाइयां एनक्वास सर्टिफाइड हैं। गोरखपुर की डेरवा पीएचसी ने सूबे में सबसे पहले एनक्वास सर्टिफिकेट हासिल किया था।