Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे वैज्ञानिक जगदीश चंद्र बोस, इनके जीवन से प्रेरणा लें विद्यार्थी-राकेश मणि त्रिपाठी

सिद्धार्थनगर।(राणा प्रताप श्रीवास्तव) वैज्ञानिक खोजें कई बार न केवल हैरान करती हैं बल्कि अपने अनूठे गुणों के कारण रोमांच से भर देती हैं कुछ ऐसी हैरानी और रोमांच बार-बार महसूस होती है जब हम उन प्रयोग धर्मी वैज्ञानिकों को याद करते हैं।
उक्त बातें विद्यालय के प्रधानाचार्य राकेश मणि त्रिपाठी ने कही।
वह विद्यालय में आयोजित सर जगदीश चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर बतौर कार्यक्रम मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

आगे श्री त्रिपाठी ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने 19 वीं सदी के अंत और 20वीं सदी के प्रारंभ में अपने योगदान से देश को विज्ञान की दुनिया में वैश्विक पटल पर ला दिया था। बोस ने अपनी ज्यादातर रिसर्च बिना लैब और उन्नत उपकरणों के किया था ।वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे उनके जीवन से आप सभी को को प्रेरणा लेने की जरूरत है ।वे भारत के पहले शोधकर्ता थे जिन्होंने विज्ञान ,जीव विज्ञान, भौतिकी व वनस्पति शास्त्र के विषयों में अपनी खोजों और प्रयोगों से पूरी दुनिया को प्रभावित किया। उन्हें भारतीय संस्कृति को विशेष तौर पर उपनिषदों को आधुनिक विज्ञानं से जोड़ने का काम किया। अंत में उन्होंने कहा आज हम अपने जीवन में एक पौधे लगाने का संकल्प लें, यही पौधों में संवेदनाओं का पता लगाने वाले जगदीश चन्द्र बोस जी की जयंती पर उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इसके पूर्व विद्यालय के भैया वैभव उपाध्याय व आशुतोष त्रिपाठी ने भी उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के छात्र अतुल उपाध्याय ने किया ।कार्यक्रम का शुभारंभ सर जगदीश चंद्र बोस के चित्र पर पुष्पार्चन व माल्यार्पण कर किया गया। उक्त अवसर पर कार्यक्रम संयोजक दिनेश गुप्ता, महेंद्र मिश्र समेत विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य श्री निमिष शुक्ल, सुभाष चंद्र सिंह, कृष्ण नाथ पांडेय, कोमल यादव, दिलीप श्रीवास्तव ,राजेश सिंह समेत समस्त आचार्य बंधुओं व भैया बहनों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।