Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

बाल दिवस समारोह आयोजित

नगर/बस्ती।पंडित जवाहर लाल नेहरू का कहना था कि बच्चे देश का भविष्य हैं इसलिए ज़रूरी है कि उन्हें प्यार और देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हों। नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था। यही वजह है कि बच्‍चे आज भी उन्‍हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते है ।

शिक्षकों द्वारा बताया गया ,बाल दिवस 14 नवंबर को पूरे देश में हर साल की तरह बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 में इलाहाबाद में हुआ था। हर साल उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। जवाहर लाल नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था। यही वजह है कि बच्‍चे आज भी उन्‍हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं।

इस दिन बच्चों के अधिकार, देखभाल और शिक्षा के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य हैं, इसलिए ये ज़रूरी है कि उन्हें प्यार दिया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। बाल दिवस के दिन स्कूलों में तरह-तरह के रंगारंग कार्यक्रमों, मेलों और ढेर सारी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इस दिन स्‍कूलों में बच्‍चों को गिफ्ट, मिठाई और चॉकलेट्स बांटी जाती हैं। हालांकि, विगत वर्ष कोरोना वायरस महामारी की वजह से स्कूल और कॉलेज बंद रहे। और इस वर्ष कोबिड प्रोटोकाल का पालन कर बाल दिवस मनाया गया ।

14 नवंबर को हर साल भारत में बाल दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। 27 मई 1964 को पंडित जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद बच्चों के प्रति उनके प्यार को देखते हुए सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया कि अब से हर साल 14 नवंबर को चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर बाल दिवस मनाया जाएगा और बाल दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
सभी स्कूलों मे कुशलता पूर्वक बाल दिवस समारोह आयोजित किया गया।