Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

सड़क पर उड़ती धूल आँखो व फेफड़ो के लिए खतरनाक

बनकटी/बस्ती। महादेवा विधानसभा के   कुदरहा से मुंडेरवा सड़क के चौड़ीकरण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है जिसके कारण  गिट्टियां गिरा कर सड़क पर फैला दिया गया है जिसके वजह से सड़क पर उड़ती धूल राहगीरों के लिए मुसीबत बन गई है।
महादेवा विधानसभा के बहुचर्चित कुदरहा मुंडेरवा मार्ग का कार्य प्रगति पर है। सड़क पर गिट्टियों को गिरा कर फैला दिया गया है जिसके कारण गाड़ियों के आवागमन से बहुत ज्यादा धूल उड़ती है। उड़ती धूल के कारण आंखों व फेफड़ो के मरीजों की संख्या बढ़ गई है ।सड़क पर धूल का गुबार उठता रहता है जो नाक और मुंह के द्वारा शरीर के अंदर प्रवेश कर रही है। इस धूल मिट्टी का सबसे अधिक प्रभाव आंख और फेफड़ों पर पड़ रहा है। अस्पतालों में आंख व फेफड़ों के मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
       नेत्र रोग विशेषज्ञों का कहना है कि इस धूल का सबसे अधिक प्रभाव आंखों पर पड़ता है एक सप्ताह लगातार ऐसी धूल मिट्टी में रहने से आंखों में जलन के साथ दर्द की शिकायत बढ़ सकती है और फेफड़े से संबंधित बीमारी हो सकती है।
        सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के नेत्र रोग चिकित्सक डॉ राम प्रकाश गुप्ता ने बताया कि धूल के कारण आंखो में इन्फ़ेक्सन,पानी आना,जलन होना और लगातार धूल में रहने से आंखों की रोशनी कम हो सकती है । डॉ गुप्ता ने बताया कि इसके बचाव के लिए आंखों पर चश्मा लगा कर रखे और दो पहिया वाहन  चलाते समय बन्द हेलमेट का प्रयोग करें ।
          सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के वरिष्ठ चिकित्साक एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ आफताब रज़ा ने बताया कि उड़ती धूल मुँह और नाक के रास्ते से शरीर के अंदर जाकर फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकती है।इससे अस्थमा वाले मरीजों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। धूल शरीर के अंदर प्रवेश करने से एलर्जी व सांस संबंधी बीमारी हो सकती है। डॉ आफताब रज़ा ने बताया कि धूल उड़ने वाले सड़क पर चलते समय मास्क या गमझे को मुंह पर लगाकर रखें।