Wednesday, July 3, 2024
बस्ती मण्डल

11 सूत्रीय मांगो को लेकर 28 को डीएम कार्यालय के समक्ष धरना देंगे कर्मचारी संगठन

बस्ती । कर्मचारी शिक्षक, अधिकारी एवं पेंशनर्स अधिकार मंच उ.प्र. प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर रविवार को विकास भवन के सभागार में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की बैठक अध्यक्ष मस्तराम वर्मा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि पुरानी पेंशन नीति बहाली सहित 11 सूत्रीय मांगो को लेकर आगामी 28 अक्टूबर को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष दिन में 11 बजे से विशाल धरना प्रदर्शन किया जायेगा। धरने के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा जायेगा। धरने में सभी संवर्गों के कर्मचारी हिस्सा लेंगे।
बैठक को सम्बोधित करते हुये अध्यक्ष मस्तराम वर्मा ने कहा कि कर्मचारियों की आवाजों को लगातार अनसुना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री को स्वंय हस्तक्षेप कर समस्याओं का समाधान निकालना होगा।
धरने की तैयारी बैठक को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष राम अधार पाल, प्रान्तीय उपाध्यक्ष राकेश पाण्डेय, जिला मंत्री तौलू प्रसाद, डिप्लोमा इंजीनियर संघ अध्यक्ष अभिषेक सिंह, कलेक्टेªट मिनीस्ट्रीय अध्यक्ष अशोक मिश्र, कोषागार संघ अध्यक्ष अखिलेश पाठक, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अरूणेश पाल, राजकीय शिक्षक संघ अध्यक्ष बागीश पाठक, सफाई कर्मचारी संघ अध्यक्ष अजय आर्य, दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ अध्यक्ष अशोक सिंह, ग्राम विकास अधिकारी संघ अध्यक्ष मनोज यादव, विकास भवन कर्मचारी संघ अध्यक्ष अजीत सिंह आदि ने कहा कि पेंशन कर्मचारियोें के वृद्धावस्था की लाठी है, सरकार को उसे तोड़ने की जगह पुर्नविचार कर बहाल किया जाना चाहिये। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि कैशलेश चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, अवकाश नगदीकरण की सीमा 300 से बढाकर 600 दिन किये जाने, फील्ड कर्मचारियों को मोटर साईकिल भत्ता दिये जाने, संविदा आउट सोर्सिंग मानदेय कर्मचारियों को नियमित किये जाने की मांगे तत्काल मान ली जानी चाहिये। यदि मांगे न मानी गई तो आगामी 30 नवम्बर को लखनऊ के इको गार्डन पार्क में प्रदेश के लाखों कर्मचारी, शिक्षक अधिकारों के लिये जुटेंगे और आगामी आन्दोलन की घोषणा प्रदेश नेतृत्व द्वारा की जायेगी।
विकास भवन में हुई परिषद की बैठक में मुख्य रूप से अमरनाथ गौतम, जितेन्द्र अरोरा, मंशाराम, ऋतुराज पाण्डेय, आशुतोष पटेल, राजेन्द्र चौधरी, आशीष श्रीवास्तव, विनय शुक्ल, शेषराम दिवाकर, राजमंगल दूबे, सुशील चौधरी, मो. कलीम, सीमा सिंह भारद्वाज, रामचरन, जय प्रकाश विश्वकर्मा, अमरेश श्रीवास्तव, राम अशीष चौरसिया, कौशल कुमार, जंग बहादुर, बाबा अवधेश कुमार, राजेश कुमार, ओम प्रकाश, जलालुद्दीन कुरैशी, हरिराम पाल, परमात्मा प्रसाद, हरीराम पाण्डेय, अर्जुन कुमार, अविनाश, रामचन्दर के साथ ही बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।