Wednesday, June 26, 2024
बस्ती मण्डल

जिले में तैयार हुए 996 स्वास्थ्य दूत, बच्चों को करेंगे स्वास्थ्य के प्रति जागरुक

– 27 बैच में चार चरणों में प्रशिक्षित किए गए स्वास्थ्य दूत

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा)अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. मोहन झा ने बताया कि स्कूलों में किशोर व किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के लिए स्वास्थ्य एवम शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वाधान में जिले में 996 स्वास्थ्य दूतों का प्रशिक्षण पूरा हो गया है। प्रधानमन्त्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के तहत चलाए जाने वाले स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत यह दूत स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करेंगे। इससे स्कूल स्वास्थ्य कार्यक्रम को गति मिलेगी।

यह जानकारी उन्होने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चल रहे स्वास्थ्य दूत प्रशिक्षण कार्यक्रम के पूर्ण होने पर दी। उन्होने बताया कि किशोरों व किशोरियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरुक करने के लिए हर जूनियर हाईस्कूल व इण्टर कालेज में दो अध्यापकों को हेल्थ एंड वेलनेस का ब्राण्ड एम्बेसडर बनाया गया है। इसके तहत 498 स्कूलों के 996 शिक्षकों को यह विशेष प्रशिक्षण स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दिया गया है। इसमें प्रदेश सरकार के द्वारा प्रशिक्षित शिक्षक व चिकित्सकों के निर्देशन में जिले के शिक्षकों को बच्चों के स्वास्थ्य सम्बन्धी विभिन्न गतिविधियों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। भारत सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान भारत के तहत प्रदेश में चयनित 23 जनपदों में प्राथमिक विद्यालयों और इंटर कॉलेज में क्रियान्वित किया जायेगा। सभी ब्लाकों में स्वास्थ्य दूत चयन के साथ उनके प्रशिक्षण की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। इसके बाद हेल्थ एण्ड वेलनेस डे की प्रक्रिया को प्रारम्भ कराया जाएगा।

हर मंगलवार को मनाया जाएगा हेल्थ एण्ड वेलनेस डे

राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक दीनदयाल वर्मा ने बताया कि जनपद में 498 स्कूलों के 996 अध्यापकों को इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है। हर स्कूल से दो-दो शिक्षक ( उपलब्धता के आधार पर एक महिला व एक पुरुष ) को हेल्थ वेलनेस एंबेसडर (स्वास्थ्य दूत) बनाया गया है। अब ये अपने विद्यालयों में चयनित 10 किशोर-किशोरियों को हेल्थ वेलनेस मैसेंजर बनाएंगे। प्रत्येक मंगलवार को विद्यालयों में हेल्थ वेलनेस डे मनाया जाएगा, जहां स्वास्थ्य संवर्धन संबंधित गतिविधियां संचालित की जायेंगी। इससे किशोर शुरुआती दौर से ही अपने शरीर में होने वाले परिवर्तनों के साथ ही अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुक हो सकेंगे। प्रशिक्षण के बाद अब हेल्थ एण्ड वेलनेस मैसेंजर चयनित करके उन्हें किट प्रदान किया जाएगा।