Saturday, May 18, 2024
हेल्थ

नए कलेवर में नजर आएगा जिला महिला अस्पताल

– एनक्वॉस के लिए हुआ है अस्पताल का चयन

– ओपीडी सहित छह विभागों में मानक के अनुसार किया जा रहा सुधार

बस्ती।(गणेश सोनी)जिला महिला अस्पताल जल्द ही नए कलेवर में नजर आएगा। अस्पताल का चयन एनक्वॉस(नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सार्टिफिकेशन) के लिए किया गया है। इसके लिए अस्पताल में जोरों से तैयारियां चल रही हैं। भारत सरकार की दो सदस्यीय टीम गुरुवार को अस्पताल पहुंचेगी । टीम यहां की व्यवस्था का जायजा लेकर नंबरिंग करेगी। 70 प्रतिशत से ऊपर अंक हासिल करने पर अस्पताल को भारत सरकार की ओर से एनक्वॉस का सार्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।

जिला महिला अस्पताल बस्ती मंडल की पहली स्वास्थ्य इकाई है, जिसका चयन एनक्वांस के लिए किया गया है। अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ ही जिला प्रशासन ने भी अस्पताल को मानक अनुरूप बनाने के लिए पूरा जोर लगा दिया है। अस्पताल में हो रहे बदलाव का फायदा यहां के मरीजों को मिलेगा। राष्ट्रीय स्तर के मानक की सुविधा वाले अस्पतालों को ही एनक्वॉस का सार्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।

जिला क्वालिटी एश्योरेंस कंसल्टेंट डॉ. अजय कुमार ने बताया कि विशेष रूप से छह विभागों में उपलब्ध सुविधाओं पर टीम नंबर प्रदान करेगी। इसमें ओपीडी, लेबर रूम, फार्मेसी, सामान्य प्रशासन व ऑपरेशन थियेटर शामिल है। हर विभाग में 300 से ज्यादा चेक प्वाइंट है। अस्पताल को मानक अनुरूप बनाने के लिए अन्य जिलों के क्वालिटी एश्योरेंस सेल के अधिकारी भी जिले में मौजूद हैं तथा एक-एक प्वाइंट पर सुधार के लिए अस्पताल प्रशासन को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। पार्किंग की व्यवस्था सुदृढ़ कराई जा रही है। अल्ट्रासाउंड जांच शुरू हो जाएगी तथा बॉयो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण की समुचित व्यवस्था कराई जा रही है। अस्पताल के आस-पास से अतिक्रमण हटाया गया है, जिससे आम मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मानक पूरा होने के बाद अस्पताल अलग रंग में नजर आएगा।

जिला महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा सिन्हा ने बताया कि 125 बेड का यह अस्पताल वर्ष1937 में बना था। वर्ष 2013 में 12 बेड का एसएनसीयू वार्ड शुरू कराया गया। अस्पताल को पिछले तीन सालों से लगातार कायाकल्प अवार्ड मिल रहा है। प्रयास होगा कि एनक्वॉस सार्टिफिकेट भी अस्पताल के हिस्से में जरूर आए। जनपद के लिए यह एक बड़ा सौभाग्य होगा। इसके लिए अस्पताल स्टॉफ के साथ ही जिला प्रशासन व जन सामान्य से सहयोग मिल रहा है।