Saturday, June 1, 2024
हेल्थ

इलाज में अव्वल अस्पतालों को किया गया सम्मानित

– स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हुआ सम्मान समारोह

बस्ती। प्रधानमंत्री जन आरोग्य (आयुष्मान भारत) योजना में सर्वाधिक मरीजों का इलाज करने वाले दो अस्पतालों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) व एक निजी अस्पताल शामिल है। स्टेट एजेंसी फॉर कॉम्प्रेहेंसिव हेल्थ एंड इंटिग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने पत्र भेज कर सर्वाधिक केस करने वाले एक निजी व एक प्राइवेट अस्पताल को सम्मानित करने का दिशा-निर्देश दिया था।

सीएमओ डॉ. अनूप कुमार श्रीवास्तव ने झंडारोहण कार्यक्रम के बाद सीएचसी साऊंघाट के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विमल द्विवेदी व नवज्योति आई हास्पिटल के संचालक सर्जन डॉ. प्रेम प्रकाश दूबे को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सीएमओ ने दोनों अस्पतालों के कार्य की सराहना की। आयुष्मान भारत कार्यक्रम के नोडल ऑफिसर डॉ. सीएल कन्नौजिया ने बताया कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीएमजेवाई लखनऊ की ओर से जारी पत्र में कहा गया था कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर योजना के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले सूचीबद्ध चिकित्सालयों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाए।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य अच्छा कार्य करने वालों को और बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करना है तथा अन्य अस्पतालों को प्रतिभागिता बढ़ाने के लिए उत्साहित करना है। डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि सीएचसी साऊंघाट द्वारा सर्वाधिक 102 केस किए गए हैं, जबकि नवज्योति आई हास्पिटल द्वारा तीन हजार आंख का ऑपरेशन योजना के तहत किया गया है। इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. एफ हुसैन, एसीएमओ डॉ. सीके वर्मा, आयुष्मान विंग के महेंद्र कुमार गुप्ता, अजय मिश्रा सहित अन्य स्टॉफ कार्यक्रम में मौजूद रहे।

9688 लोगों को मिला योजना का लाभ
आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में 9688 लोगों को अब तक लाभ मिल चुका है। इसमें बड़े ऑपरेशन से लेकर ऑख का ऑपरेशन तक शामिल है। 8.23 करोड़ रुपए का इलाज किया जा चुका है। कुल 34 अस्पताल योजना में सूचीबद्ध हैं, जहां पर इलाज की सुविधा मिल रही है। डॉ. कन्नौजिया ने बताया कि यह योजना केंद्र व राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। 2011 की पात्रता सूची में शामिल परिवारों को योजना का लाभ मुहैया कराया जा रहा है। परिवार के लोगों को एक साल में पांच लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड का होना अनिवार्य है। इस कार्ड की सहायता से देश के किसी भी सूचीबद्ध अस्पताल में निःशुल्क इलाज कराया जा सकता है।