Tuesday, July 2, 2024
बस्ती मण्डल

सपा जिलाध्यक्ष समेत पांच गिरफ्तार

बस्ती। विकास खंड बहादुरपुर में सपा प्रत्याशी को नामांकन पत्र न मिलने की बात पर ब्लॉक जा रहे सपा जिलाध्यक्ष समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। शांति भंग की आशंका में गिरफ्तार कर नगर पुलिस उन्हें कप्तानगंज थाने ले गई। सपाइयों ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया। विरोध में पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी, दो पूर्व विधायकों सहित बड़ी संख्या में कलक्ट्रेट पहुंचकर सपाइयों ने डीएम कार्यालय का घेराव किया।

बहारदुर ब्लॉक से सपा से प्रमुख पद के उम्मीदवार को नामांकन पत्र न मिलने पर सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव अपने समर्थक श्याम नरायन कक्कू, समीर व श्यामू, नसीमुल्लाह व अन्य समर्थकों के साथ बुधवार को बहादुरपुर ब्लॉक जा रहे थे। इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल व धारा 144 के उल्लंघन का हवाला देते हुए पुलिस ने लाठियां भांजते हुए समर्थकों को खदेड़ दिया। सपा जिलाध्यक्ष व उनके चारों उक्त समर्थकों को गिरफ्तार कर कप्तानगंज थाने ले गई। वहां पहुंचे सपाइयों से पुलिस की बहस हुई। सपा उम्मीदवार को पर्चा न देने व जिलाध्यक्ष के गिरफ्तारी की बात पर पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी, पूर्व विधायक जितेन्द्र चौधरी उर्फ नन्दू, पूर्व विधायक राम ललित चौधरी सहित बड़ी संख्या में सपाई कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम कार्यालय का घेराव कर लिया।

सपा का प्रतिनिधिमंडल डीएम से बात करना चाह रहा था। इसे देखते हुए बड़ी संख्या में फोर्स कलक्ट्रेट पहुंच गई। शास्त्री चौक पर एएसपी के नेतृत्व में पीएसी तैनात हो गई। आधा दर्जन एसओ बुला लिए गए।

प्रयास के बाद भी सपाइयों की डीएम से कलक्ट्रेट में मुलाकात नहीं हुई। उन्होंने सपा के प्रतिनिधिमंडल को आवास पर बुलाया। वहां सपा नेताओं ने अपनी बात रखी। सपा जिलाध्यक्ष का कहना था कि बहादुरपुर से सपा उम्मीदवार ने तीन सेट में मंगलवार को ही पर्चा खरीदा। बुधवार को लिपिक ने यह कहते हुए पर्चा वापस मांग लिया कि उस पर एआरओ के हस्ताक्षर नहीं हैं। आरोप है कि उसके बाद लिपिक पर्चा लेकर गायब हो गया। ब्लॉक कार्यालय में ताला लगा दिया गया। कार्यालय के सामने आड़ा-तिराक्षा गाड़ियां खड़ी कर दी गईं। नामांकन पत्र वितरण कक्ष तक किसी को जाने नहीं दिया जा रहा था। आरोप लगाया कि खुटहन के पास पुलिस ने रोका और लाठीचार्ज किया। सपा नेताओं ने एआरओ व लिपिक पर पर्चा न देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। डीएम ने जांच का आश्वासन दिया है।

सपा नेता पर हमले का आरोप लगाते हुए मंगलवार को जिलाध्यक्ष व अन्य सपाइयों ने थाने में धरना दिया था। इस मामले में उन पर आपदा अधिनियम और शांति भंग में मुकदमा दर्ज किया गया था।