Monday, July 1, 2024
हेल्थ

खून की जांच से पता लगाएंगे रोग प्रतिरोधक क्षमता

– सीरो सर्विलेंस के लिए रैंडम व कोविड पॉजिटिव के लिए गए नमूने

बस्ती। जिले में कोविड-19 के प्रसार को देखते हुए जनसामान्य में प्रतिरोधक क्षमता का आंकलन करने के लिए सीरो सर्विलांस कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत जिले भर में 786 लोगों के खून के नमूने लिए जाने हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब तक 724 लोगों के खूने के नमूने लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं।

दिशा-निर्देश के अनुसार लिए गए पांच एमएल खून के सैम्पल से सीरम तैयार कर कोविड के इलाईजा परीक्षण द्वारा एंटीबॉडी की जांच की जाएगी। शासन के दिशा-निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए जा रहे इस अध्ययन में इस बात का पता लगाया जाएगा कि जनमानस में इस रोग से प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से बीमार होने की स्थिति क्या रही है। यह एक सामुदायिक अध्यन है, जो शहर, ग्रामीण, कस्बों व स्लम एरिया में किया जा रहा है।

खून का नमूना लेने के लिए जिले भर में 31 प्राइमरी सैम्पलिंग यूनिट (पीएसयू) बनाई गई है, जहां से खून के नमूने लेने का कार्य किया गया। राज्य स्तर से 42 ऐसे लोगों की भी सूची भेजी गई थी, जो पहले कोरोना पॉजिटिव हो चुके थे। 18 साल से ऊपर तथा उससे कम उम्र वालों के नमूने के लिए अलग-अलग संख्या निर्धारित की गई थी। सीरम के नमूनों की एंटीबाडी जांच केजीएमयू के माइक्रोबॉयलोजी विभाग में होगी। शहरी क्षेत्र में बभनान व हर्रैया नगर पंचायत में एक-एक पीएसयू बनाए गए थे।

ब्लॉकों में बहादुरपुर में पांच, बनकटी व सल्टौआ में तीन-तीन, कप्तानगंज, रुधौली, साऊंघाट में दो-दो, कुदरहा व परसरामपुर में चार-चार, दुबौलिया, गौर, हर्रैया व विक्रमजोत में एक-एक पीएसयू बनाए गए। प्रत्येक पीएसयू में 24 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए। सीरो सर्विलांस के नोडल अधिकारी डॉ. एफ हुसैन ने बताया कि कोविड की पहली लहर के बाद आईसीएमआर गोरखपुर की टीम जिले में आई थी, तथा प्रभावित परिवारों से मिलकर उनसे कुछ चीजें जानने की कोशिश की थी। इस बार एंटीबाडी का पता लगाने के लिए सीधे सीरम की जांच की जा रही है। इससे यह जानकारी हो सकेगी कि जिले में कोविड का कितना प्रभाव रहा है। आने वाले दिनों में इसी आधार पर आगे की रणनीति तैयार करने में सुविधा होगी।