Sunday, May 19, 2024
हेल्थ

ऑक्सीजन का प्रवाह बेहतर करें सर्वांगासन – डॉ शची

सर्वांगासन से मस्तिष्क में रक्त ,ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति का प्रभाव बेहतर

बस्ती। विश्व संवाद परिषद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ कि मुख्य योग शिक्षिका डॉ शची श्रीवास्तव ने बताया कि योगासनों का लाभ और उसका महत्व किसी से छिपा नहीं है। वैसे तो हर आसन के अपने-अपने लाभ होते हैं, लेकिन सर्वांगासन एक ऐसा योगासन है जिससे आपके शरीर के सभी अंगो का व्यायाम हो जाता है।
सर्वांगासन तीन शब्दों से मिलकर बना है, सर्व- सभी, अंग- शरीर के भाग, आसन- योग की स्थिति। जिसका अर्थ है- शरीर के सभी अंगों के लिए एक योग की स्थिति। सर्वांगासन से मस्तिष्क में रक्त और ऑक्सीजन का प्रभाव बेहतर तरीके से होता है और फेफड़ों को मजबूत रखता है। इस आसन से हेयर लॉस की समस्या दूर होती है और मानसिक तनाव भी काफी हद तक कम होता है। इस आसन को करने से त्वचा की रंगत निखारने लगती है। यह एक तरह का एंटी- एजिंग और एंटी- रिंकल फार्मूला है।
डॉ शची श्रीवास्तव ने बताया कि सर्वांगासन करने से थायराइड ग्रंथि पर दबाव बनने लगता है जिससे ग्रंथि ठीक से काम करने लगती है। लगातार इस आसन का अभ्यास करने से थायराइड की समस्या पूरी तरह ठीक हो जाती है। बॉडी में ब्लड सरकुलेशन बेहतर होने के कारण मासिक धर्म संबंधी परेशानियां दूर होती हैं। इस आसन से पेट पर भी जोर पड़ता है, जिससे पेट की सभी आंतरिक अंग सही तरह से कार्य करने लगते हैं जिसकी वजह से बांझपन और गर्भपात की समस्या दूर होती है।
सर्वांगासन से मस्तिष्क में रक्त और पोषक तत्व की आपूर्ति बढ़ जाती है। यह आसन स्नायु तंत्र को मजबूत बनाता है जिससे सर्दी, जुकाम, खांसी और सिर दर्द से राहत मिलती है। इस आसन से मेटाबॉलिज्म रेट अच्छी होने से भोजन का पाचन अच्छे से होता है। कब्ज की समस्या नहीं होती है। विशुद्ध चक्र का जागरण होता है, जो कि अभिव्यक्ति रचनात्मक और संचार से जुड़ा पांचवा चक्र है, इससे नकारात्मक भाव दूर होता है। यह आसन हृदय की कार्यकुशलता को बढ़ाता है। बॉडी में लचीलापन लाता है रीढ़ की हड्डी को सुदृढ़ बनाता है। सर्वांगासन शरीर को संतुलन और मन को शांत करने वाले कई शारीरिक मानसिक लाभ प्रदान करता है, जिससे नींद अच्छी आती है।
सर्वांगासन का अपने दैनिक जीवन में प्रतिदिन अभ्यास करना चाहिए जिससे शांति आत्मविश्वास और कल्याण की भावना को हम महसूस कर पाएंगे।