Tuesday, June 25, 2024
साहित्य जगत

करूणा, चीख पुकार व्यथा यह…

करूणा, चीख पुकार व्यथा यह,
लगता कितना हृदय विदारक।
कोरोना की लहर तीसरी,
’’वर्मा’’ अति होगी आक्रामक।

संकट पर संकट आने का,
कब तक यह सिलसिला चलेगा।
कोरोना की तेज लपट में,
कब तक अपना देश जलेगा।

मन में मर्मान्तक पीड़ा है,
मचा चतुर्दिक हाहाकार।
छोटे मोटे व्यवसायी के,
ठप्प पड़े है कारोबार।

डा0 वी0 के0 वर्मा,
चिकित्साधिकारी, जिला चिकित्सालय-बस्ती।