Sunday, June 30, 2024
हेल्थ

शुद्ध आंकड़ो के लिए पल्स ऑक्सीमीटर का सावधानी से करें प्रयोग

संतकबीरनगर।कालिन्दी मिश्रा) कोविड – 19 के दौरान उपचार करने वाले रोगियों को शरीर के तापमान एवं ऑक्सीजन लेवल की जानकारी रखना बेहद जरुरी माना गया है। इसके लिए घर में पल्स ऑक्सीमीटर एवं थर्मल गन रखने की सलाह दी गयी है। लेकिन जरुरी यह है कि हम पल्स ऑक्सीमीटर का किस तरह से प्रयोग करें कि आंकड़े शुद्ध हों।

होम आइसोलेशन को लेकर स्वास्थ्य मन्त्रालय ने अपनी संशोधित गाइडलाइन में पल्स ऑक्सीमीटर के प्रयोग के बारे में भी विधिवत जानकारी दी गई है। पल्स आक्सीमीटर को चालू करें और यह सुनिश्चित करें कि स्क्रीन पर संख्या दिख रही हो। हाथ के बीच वाली ऊँगली को ऑक्सिमीटर में सही तरीके से डालें। पल्स का पता लगाने एवं स्क्रीन पर ऑक्सीजन के स्तर की सही रीडिंग के लिए कुछ सेकंड इंतजार करें. यदि ऑक्सीजन का स्तर 95 से कम होता है तो व्यक्ति को तुरंत चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए. गलत रीडिंग से बचने के लिए नेल पॉलिश लगी ऊँगली से जाँच न करें। थर्मल गन से तापमान मापने के लिए इसे हथेली से पकड़कर 6 इंच की दूरी पर रखें और तापमान को रिकॉर्ड करने के लिए निर्धारित बटन को दबाए। यदि तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट है या इससे अधिक है तो इसे बुखार माना जाता है। किसी दूसरे व्यक्ति को थर्मल गन देने से पहले इसे सेनेटाइज जरुर करें।

कोविड रोगी एवं देखभालकर्ता इन बातों का रखें ध्यान

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गयी है। मरीज दिन में दो बार गर्म पानी से गरारे एवं भांप ले सकते हैं। रेमेडीसीवीर या इस तरह की अन्य अनुसंधान्तामक थेरेपी को लेने से पहले किसी चिकित्सक की सलाह लेना जरुरी कहा गया है। साथ ही ऐसी दवाओं को खरीदकर घर में रखने एवं खुद से इंजेक्शन लेने से मना किया गया है।

ऐसे में चिकित्सकीय सलाह जरुरी

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीज को अगर सांस लेने में तकलीफ़ हो, ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम हो, छाती में लगातार दर्द का बना रहे या अचानक बढ़ जाए। मानसिक रुप से अधिक परेशान हो रहा हो तो तुरन्त ही उसे चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।

दोबारा जाँच करने की नहीं है जरूरत

होम आइसोलेशन में रहने वाले रोगी 10 दिनों के बाद बाहर आ सकते हैं. होम आइसोलेशन से बाहर आने के बाद जांच की कोई आवश्यकता नहीं होती है. होम आइसोलेशन के दौरान रोगी अधिक से अधिक आराम करें और खूब पानी पीकर शरीर में पानी की