Wednesday, June 26, 2024
हेल्थ

म्यूकोरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन की जद में आ रहे अधिकांश कोविड मरीज- डॉ0के0सी0पाण्डेय

बस्ती। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ0 के0सी0पाण्डेय ने कोविड-19 के दूसरी लहर के बारे में अति महत्वपूर्ण जानकारी देकर आम जनमानस को जागरूक किया है।

डॉ0 के0सी0पाण्डेय ने बताया कि कोविड 19 की दूसरी लहर के बीच कई लोग म्यूकोरमाइकोसिस नाम के फंगल इंफेक्शन की चपेट में आ रहे है। म्यूकोरमाइकोसिस एक प्रकार का फंगल इंफेक्शन है जो किसी व्यक्ति की प्रतिरोधक छमता कम होने पर होता है। इस इंफेक्शन को ब्लैक फंगस के नाम से जाना जाता है।

क्या है म्यूकोरमाइकोसिस ?

डॉ0 के0सी0पाण्डेय ने बताया कि इंडियन कॉउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा जारी एडवाइजरी के अनुसार म्यूकोरमाइकोसिस फंगल इंफेक्शन हैं जो शरीर में बहुत तेजी से फैलता है। ये इंफेक्शन नाक, आंख, दिमाग, फेफड़े या फिर त्वचा पर भी हो सकता है। इस बीमारी में कई लोगो की आंख की रोशनी तक चली जाती है। वहीं कुछ मरीजो के जबड़े और नाक की हड्डियां तक गल जाती है।

कोरोना के मरीजों को म्यूकोरमाइकोसिस का ज्यादा खतरा-

डॉ0 के0सी0पाण्डेय ने बताया कि म्यूकोरमाइकोसिस उन लोगो को तेजी से अपना शिकार बनाती है जिन लोगो में रोग प्रतिरोधक छमता बहुत कम होती है। कोरोना के दौरान या ठीक हो चुके मरीज का इम्यून सिस्टम बहुत कमजोर होता है। विशेषकर कोरोना के वो मरीज जिनको डाइबिटीज है। ऐसी स्थिति में म्यूकोरमाइकोसिस खतरनाक रूप ले सकता है। यह संक्रमण नाक के द्वारा शरीर के अंदर चला जाता है। जिन लोगो की प्रतिरोधक छमता कम होती है उनको यह जकड़ लेती है।

लक्षण-

डॉ0के0सी0पांडेय ने बताया कि म्यूकोरमाइकोसिस के लक्षणों में नाक में दर्द, खून आना, नाक बंद होना, नाक में सूजन, दांत या जबड़ों में दर्द, आंखों से धुंधला दिखाई देना, सीने में दर्द, बुखार, सिर दर्द, सांस लेने में दिक्कत, खांसी, खून की उल्टी आदि शामिल है। इसके बचाव हेतु मास्क और ग्लब्स पहने, ब्लड, ग्लूकोज स्तर को जांचते रहे और नियंत्रित रखें, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें।