Monday, July 1, 2024
बस्ती मण्डल

कुष्‍ठ जागरुकता के लिए निकले प्रचार वाहन, हुए नुक्‍कड़ नाटक

संतकबीरनगर।(कालिन्दी मिश्रा) कुष्‍ठ रोग को जड़ से समाप्‍त करने के उद्देश्‍य से लोगों को जागरुक करने तथा ऐसे रोगियों को चिन्हित करने के लिए जिला मुख्‍यालय से प्रचार वाहनों का काफिला विभिन्‍न क्षेत्रों में निकला। इस दौरान कुष्‍ठ रोग विभाग के अधिकारियों के साथ ही अन्‍य प्रभागों के स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों ने महात्‍मा गांधी के चित्र पर माल्‍यार्पण करके आगामी 2022 तक कुष्‍ठ रोग को जड़ से समाप्‍त करने का संकल्‍प लिया।

कुष्‍ठ जागरुकता वाहनों का रवाना करने से पूर्व अपर मुख्‍य चिकित्‍साधिकारी डॉ मोहन झा ने कहा कि कुष्‍ठ रोग पूरी तरह से साध्‍य है। समय से इलाज करने पर इससे न सिर्फ मुक्ति मिल जाती है, बल्कि विकलांगता से भी बचा जा सकता है। कुष्‍ठ रोग के लिए सभी स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों पर मुफ्त इलाज की सुविधा है। यह पूरी तरह से ठीक हो सकता है, इसलिए कुष्‍ठ रोगी से भेदभाव बिल्‍कुल न करें। कुष्‍ठ रोग के उन्‍मूलन के लिए आगामी 30 जनवरी से 13 फरवरी तक व्‍यापक अभियान चलाया जाएगा। हम सभी लोगों को यह संकल्‍प लेना होगा कि हम इस रोग को जड़ से समाप्‍त कर सकें। इस अवसर पर जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डॉ. वी पी पाण्‍डेय ने कहा कि केंद्र सरकार की यह पहल है कि 2022 तक कुष्‍ठ रोगियों से मुक्‍त भारत का निर्माण किया जाए । कुष्ठ रोग माइक्रो वैक्‍टीरियम लेप्रे नामक जीवाणु से होता है। यह साथ खाने, उठने बैठने से नहीं फैलता है। यह आनुवांशिक एवं छुआछूत रोग नहीं है। समय से जांच और उपचार कराने से दिव्यांगता से भी बचा जा सकता है। इससे संबंधित विभिन्न कार्यक्रम 13 फरवरी तक आयोजित किए जाएंगे। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एस डी ओझा ने कहा कि कुष्ठ रोग से डरने की आवश्यकता नहीं है। न ही इसे छिपाने की जरुरत है। इस रोग के बारे में बताकर स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की तरफ से निशुल्‍क इलाज कराने की जरुरत है। जागरुकता के लिए प्रदेश मुख्‍यालय से आई नुक्‍कड़ नाटकों की टीम ने खलीलाबाद तथा मेंहदावल बाईपास पर नाटकों की प्रस्‍तुति करके लोगों को जागरुक करने का काम किया।

इस दौरान जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ ए के सिन्‍हा, मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह, सहायक मलेरिया अधिकारी सुनील चौधरी, बाबूराम, तार बाबू, ईश्‍वर चौधरी, बीपीएम अभय त्रिपाठी, बीसीपीएम महेन्‍द्र तिवारी के साथ ही साथ अन्‍य लोग भी मौजूद रहे।

*जनपद में हैं 36 कुष्‍ठ रोगी*

जिला कुष्‍ठ रोग अधिकारी डॉ वी पी पाण्‍डेय ने बताया कि जनपद में वर्तमान में 36 कुष्‍ठ रोगी उपचाराधीन हैं। जबकि 40 कुष्‍ठ रोगियों का इलाज पिछले माह में पूरा हो गया है। उनको समय समय पर दवा देने के साथ ही साथ फालोअप भी किया जाता है।

*कुष्‍ठ रोग के लक्षण*

चमड़ी पर कोई दाग हो, चकत्‍ता हो या सुन्‍नपन की स्थिति हो। शरीर को कोई भी धब्‍बा संवेदना रहित होने लगे। हाथ या पैरों में अस्थिरता या झुनझुनी हो, हाथ या पैर तथा पलकों में कमजोरी हो। नसों में दर्द , कान या चेहरे पर सूजन या गांठ हो तथा हाथों या पैरों पर सुन्‍न या घाव हो।